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छह दिन पहले बरेली से मरीज लेकर लखनऊ गया चालक एंबुलेंस लेकर फरार हो गया। उसके पास दो मोबाइल नंबर हैं, जो बंद जा रहे हैं। एंबुलेंस मालिक के काफी तलाशने पर चालक का कुछ पता नहीं चल सका। उन्होंने थाना बारादरी में तहरीर दे दी है, लेकिन पुलिस एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है।
बरेली के थाना इज्जतनगर क्षेत्र में रोड नंबर 07 रेलवे केन्द्रीय विद्यालय सिद्धार्थनगर निवासी चन्द्रशेखर की एक दर्जन से अधिक एंबुलेंस चलती हैं। चंद्रशेखर के मुताबिक उनकी ईको एंबुलेंस संख्या UK18PA0493 बरेली के थाना फतेहगंज पूर्वी क्षेत्र के गांव तराखास गौंटिया निवासी वीरेन्द्र सिंह पुत्र छविनाथ चलाता है। उन्होंने गाड़ी महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा कम्पनी से फाइनेन्स कराई थी।
चंद्रशेखर ने बताया कि 22 अप्रैल 2025 को रात्रि लगभग 09 बजे चालक वीरेन्द्र सिंह बरेली के खुशलोक अस्पताल से मरीज लेकर लखनऊ पीजीआई गया था, जिसके बाद से वह वापस नहीं लौटा। उसने न ही फोन पर संपर्क किया। चंद्रशेखर के मुताबिक इंतजार करने के बाद अगले दिन 23 अप्रैल को उन्होंने वीरेंद्र के दोनों नंबरों पर कॉल की तो मोबाइल स्वीच ऑफ था।
चंद्रशेखर के अनुसार चालक वीरेंद्र सिंह का कुछ पता नहीं चला तो वह उसके घर तराखास गौंटिया गांव गए, लेकिन घरवालों ने जानकारी होने से इनकार कर दिया। हर संभव जगह तलाशने के बाद चंद्रशेखर ने थाना बारादरी जाकर तहरीर दे दी। मगर बारादरी पुलिस रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रही है। बारादरी पुलिस का कहना है कि एफआईआर लखनऊ में दर्ज होगी, जबकि एंबुलेंस बरेली से गई थी। रिपोर्ट दर्ज न होने से चंद्रशेखर बेहद परेशान हैं।