/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/25/kkde-2025-07-25-08-17-17.jpg)
पिछले दिनों बीसलपुर मार्ग पर भुता थाने के सामने हादसे में साथी के घायल होने के बाद भड़के कांवड़ियों की सूचना सदर एसडीएम-तहसीलदार को नहीं दी गई थी। जानकारी नहीं देने के मामले को एसडीएम ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने कानूनगो-लेखपाल से जवाब-तलब किया है।
भड़के कांवड़ियों ने कार का शीशा तोड़ डाला था
रविवार सुबह कमुआ गांव के पास सड़क हादसे में एक कांवड़िया घायल हो गया था। जिस पर अन्य कांवड़ियों और कार चालक के बीच जमकर कहासुनी हुई थी। भड़के कांवड़ियों ने कार का शीशा तोड़ डाला था और खूब हंगामा किया था। इतना सब घटित होने के बाद भी कानूनगो संजीव सिंह और लेखपाल विनय कुमार ने एसडीएम या तहसीलदार सदर को बताया तक नहीं था। जिस कारण मौके पर शांति व्यवस्था प्रभावित हुई थी।
कानूनगो और लेखपाल की इस लापरवाही पर एसडीएम प्रमोद कुमार ने जवाब-तलब किया है। उन्होंने कहा है कि इतनी बड़ी घटना को छिपाए रखना घोर लापरवाही को दर्शाता है। एसडीएम ने कहा कि कानूनगो-लेखपालों को पहले से ही निर्देश हैं कि श्रावण मास और संवेदनशीलता के दृष्टिगत सभी लोग अपने क्षेत्र में सक्रिय रहेंगे और किसी भी प्रकार का विवाद या अप्रिय स्थिति उत्पन्न होने पर तुरंत जानकारी देंगे। इसके बाद भी कमुआ में भुता थाने के सामने घटित इतनी बड़ी घटना की जानकारी तहसील प्रशासन को दूसरे दिन अखबार में छपी खबर से हुई।