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बरेली शहर में चायनीज माझे से होने वाले हादसे थम नहीं रहे हैं। आए दिन लोग चायनीज माझे की चपेट में आकर घायल हो रहे हैं। मंगलवार को कोतवाली में तैनात हेड कांस्टेबल रामनिवास यादव का बेटा महादेव पुल से होकर गुजरते समय चायनीज माझे की चपेट में आकर घायल हो गया। उसे तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
प्रेमनगर थाना क्षेत्र के राजेंद्र नगर निवासी रामनिवास यादव कोतवाली में हेड कांस्टेबल हैं। उन्होंने बताया कि सोमवार की सुबह वह अपने 27 वर्षीय बेटे अरुणेश के साथ कोतवाली ड्यूटी जा रहे थे। बाइक उनका बेटा चला रहा । महादेव पुल से गुजरते समय चाइनीज मांझे की धारदार डोरी अरुणेश की नाक से होते हुए गर्दन में उलझ गई। मांझे से कटते ही अरुणेश लहूलुहान होकर गिर पड़ा।
रामनिवास ने राहगीरों की मदद से घायल बेटे अरुणेश को उठाया और तुरंत जिला अस्पताल ले जाकर भर्ती करा दिया। जहां उसका इलाज चल रहा है। चिकित्सकों के अनुसार गर्दन पर गहरा जख्म होने से स्थिति गंभीर बनी हुई है। लोगों का कहना है कि चाइनीज मांझा जानलेवा बन गया है। इसकी चपेट में आकर अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है। प्रशासन के तमाम दावों के बावजूद चायनीज मांझे की बिक्री पर रोक नहीं लग पा रही है।
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने चाइनीज मांझे की बिक्री और उपयोग पर पूरी तरह से रोक लगा रखी है। बरेली में प्रशासन और पुलिस की ओर से कई बार छापेमारी की गई। दुकानों से चायनीज मांझा बरामद होने पर जब्तीकरण की कार्रवाई भी हुई। बावजूद इसके चायनीज माझा बाजारों में खुलेआम बेचा जा रहा है।