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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली में शनिवार रात महिला को अगवा करने के बाद गोली मारने की घटना में एक नया मोड़ आ गया। महिला का आरोप है कि अपहरणकर्ता करीब दो घंटे तक उसे कार में इधर-उधर घुमाते रहे। चलती कार में उसके साथ तीन लोगों ने रेप किया। इसके बाद गांधी उद्यान के पीछे ले जाकर कार से उतारने के बाद उसके गोली मार दी और कार लेकर फरार हो गए। हालांकि पुलिस घटना को संदिग्ध मान रही है।
पीड़ित महिला के मुताबिक वह इज्जतनगर थाना क्षेत्र में सौफुटा रोड स्थित एक कॉलोनी की रहने वाली है। शनिवार 29 मार्च को शाम करीब चार बजे वह अपने घर से निकली थी। उसे अपने लिए दवा और नवरात्र व्रत का समान लेना था। इसलिए वह पहले रामपुर गार्डन में इनकम टैक्स आफिस के पास ठेला लगाने वाले रनवीर के पास रुपये लेने गई। फिर उसने खुर्रम गौंटिया में तीन सौ बेड अस्पताल के सामने जाकर मेडिकल स्टोर से दवा ली। जहां शाहमतगंज जाने के लिए वह रोड पार कर रही थी।
तभी एक काले रंग की कार आई, जिसमें सवार लोगों ने उसे जबरन कार के अंदर खींच लिया। महिला के अनुसार कार में पांच लोग सवार थे, जो उसे करीब दो घंटे तक इधर-उधर घुमाते रहे। इस दौरान तीन युवकों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। महिला का कहना है कि उसने शोर मचाने की कोशिश की तो उसे जान से मारने की धमकी दी गई। रात में करीब आठ बजे अपहरणकर्ता उसे गांधी उद्यान के पीछे डूडा कार्यालय के पास ले गए। जहां उसे कार से नीचे उतारने के बाद गोली मार दी और फरार हो गए। सीने में गोली लगने से महिला वहीं गिर पड़ी।
महिला के मुताबिक चलती कार में उसके साथ तीन लोगों ने दुष्कर्म किया। इसके बाद उनमें एक युवक ने किसी को फोन किया, और बोला-भाई काम हो गया। उसे अगवा करने वाले लोग कौन थे, इस बारे में महिला ने जानकारी होने से मना कर दिया। महिला का आरोप है कि पुलिस उसकी मदद नहीं कर रही है। उसके साथ हुई घटना का अभी तक मुकदमा भी नहीं लिखा गया।
कोतवाली पुलिस ने शनिवार रात महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। उसकी देखरेख के लिए दो पुलिस कांस्टेबल लगी हैं। रविवार सुबह महिला ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर जिला अस्पताल में हंगामा किया। महिला का कहना था कि उसे कई बीमारियां हैं। इमरजेंसी वार्ड में रहकर उसे इन्फेक्शन हो जाएगा। वह अपना इलाज कहीं और कराना चाहती है। देखरेख में लगी सिपाहियों ने किसी तरह समझाकर महिला को शांत किया।
एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि यह घटना पूरी तरह संदिग्ध है। घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज में महिला खुद टहलती दिख रही है। तीन साल पहले 2022 में भी महिला ने इसी कार में घटना होने की तहरीर दी थी। उस समय जांच में घटना झूठी पाई गई थी। यह घटना भी संदिग्ध है। तीन दिन में इसका खुलासा हो जाएगा।