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बरेली के थाना साइबर क्राइम पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़कर पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से तीन बैंक पासबुक, तीन एटीएम कार्ड, चार सिम कार्ड और एक मोबाइल बरामद हुआ है। आरोपियों के खिलाफ आईटी एक्ट और धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इस गैंग के तार ठगी करने वाले किसी बड़े गिरोह से जुड़े हैं, जिसके बारे में पता किया जा रहा है।
साइबर थाना पुलिस के अनुसार आरोपी नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी खाता खुलवाकर साइबर ठगी करने करते थे। इन लोगों ने लिंक मोबाइल नंबर लेकर नेटबैंकिंग से जोड़कर ठगी के लिए बैंक खाते खुलवा लिए थे। आरोपी पीड़ितों को अच्छी नौकरी दिलाने का लालच देकर उनसे संपर्क करते थे, और उनके नाम पर फर्जी खाते खुलवाकर उनका उपयोग साइबर अपराध में करते थे।
पकड़े गए आरोपियों में सोनू, काशिफ, आसिफ, अमन और आरव हैं, जो बरेली जिले के अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं। इन आरोपियों का संबंध एक बड़े अंतरराज्यीय साइबर गिरोह से है, जिसका नेटवर्क दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, उत्तर प्रदेश और अन्य कई राज्यों में फैला है। गिरोह का मकसद गरीब, बेरोजगार और जरूरतमंद लोगों को नौकरी का झांसा देकर उनके नाम से खाते खुलवाना और फिर उनका इस्तेमाल ठगी में करना है।
थाना साइबर क्राइम पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया। जहां से अदालत के आदेश पर सभी जेल भेज दिया गया। अब पुलिस गैंग का नेटवर्क तलाशने में जुटी है। पकड़े गए आरोपियों के बैंक खाते में कहां-कहां से रुपये आए और किसने निकाले इसका पता लगाया जा रहा है।