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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
एक साल पहले हुए लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा के दिग्गज नेताओं के बीच अंदरूनी लड़ाई अब सतह पर आने लगी है। हाल ही में भाजपा के पूर्व सांसद धर्मेंद्र कश्यप का एक वीडियो श्याम सिंह कश्यप की फेसबुक आईडी से वायरल हुआ है। उसमें पूर्व सांसद धर्मेंद्र कश्यप महर्षि कश्यप जयंती के मौके पर अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि जिन्होंने उनको 2024 के चुनावों में लोकसभा में नहीं पहुंचने नहीं दिया। उनको वह 2027 में लखनऊ विधानसभा का मुंह भी नहीं देखने देंगे। वह अपने विरोधियों की ईंट से ईंट बजाकर रहेंगे। भले ही उनको इसकी कोई भी कीमत चुकानी पड़े। धर्मेंद्र कश्यप के इस भाषण का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद भाजपा में अंदरूनी तौर पर हड़कंप मच गया है। पूर्व सांसद के सार्वजनिक
रुप से दिए गए इस भाषण के राजनीति के क्षेत्र में निहितार्थ तलाशे जा रहे हैं।
पूर्व सांसद धर्मेंद्र कश्यप ने हाल ही में कुछ दिन पहले आंवला लोकसभा क्षेत्र में महर्षि कश्यप जयंती पर समारोह का आयोजन किया था।
इसमें उनके सजातीय लोगों के अलावा कुछ समर्थक भी जमा हुए थे। हालांकि इस आयोजन में भाजपा के बरेली सांसद समेत कुछ बड़े
नेताओं की भागेदारी भी हुई थी। मगर, इस समारोह में पूर्व सांसद धर्मेंद्र कश्यप ने जो भाषण अपने समर्थकों के बीच में दिया। उसकी चर्चा राजनीतिक क्षेत्र में चारो तरफ है। पूर्व सांसद के भाषण का वीडियो श्याम सिंह कश्यप की आईडी से सोशल मीडिया पर भी वायरल हो चुका है। पूर्व सांसद के इस भाषण में लोकसभा चुनाव में हार का दर्द साफ तौर पर छलका दिखा। धर्मेद्र कश्यप ने तीसरी बार लोकसभा में न पहुंच पाने की टीस सार्वजनिक समारोह में बयां की।
उन्होंने अपने जातीय समर्थकों खासतौर पर कश्यप समाज के बीच में साफ तौर पर कहा कि अपनी राजनीतिक ताकत को साफ तौर पर पहचानों। जिसने इस बार उनको लोकसभा में नहीं जाने दिया। उनको वह किसी भी हाल में 2027 के विधानसभा चुनाव में लखनऊ का मुंह नहीं देखने देना है। 2027 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के अंदरूनी विरोधियों की ईंट से ईंट बजा देंगे। पूर्व सांसद ने हालांकि अपने भाषण में किसी भी विरोधी का सीधे तौर पर नाम नहीं लिया है, लेकिन उनका इशारा भाजपा के अंदरूनी विरोधियों की ओर है, न कि विपक्षी दल के नेताओं पर। धर्मेंद्र कश्यप के भाषण से यह साफ तौर पर झलक रहा है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा के कुछ बड़े नेताओं ने आंवला में भितरघात किया। उनमें पार्टी के ही कुछ वर्तमान विधायक, एमएलसी, पूर्व विधायक या संगठन के बड़े पदाधिकारी हैं। इस वजह से धर्मेंद्र कश्यप 2024 में लोकसभा चुनाव में सपा प्रत्याशी नीरज मौर्य से 15 हजार से ज्यादा वोटों से पराजित हो गए थे।
कहीं यह निशाना पप्पू, डब्बू और बब्बू पर तो नहीं
पूर्व सांसद धर्मेंद्र कश्यप के सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में हालांकि किसी भी विरोधी का नाम नहीं लिया गया है, लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले भी उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। उसमें पूर्व सांसद (उस समय के मौजूदा सांसद थे) ने कहा कि पप्पू, बब्बू और डब्बू से कुछ फर्क नहीं पड़ता। वह तीसरी बार आंवला से तीन लाख वोटों से चुनाव जीतेंगे। इसमें पूर्व सांसद का इशारा जिन तीन भाजपा नेताओं की तरफ है, वह भी भगवा दल के ही नेता हैं। इनमें एक वर्तमान और दूसरे पूर्व विधायक हैं। तीसरे संवैधानिक पद पर रह चुके दिग्गज नेता के बेटे हैं। इसके अलावा पूर्व सांसद का एक वीडियो 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद भी वायरल हुआ था। उसमें पूर्व सांसद यह कहते हुए दिखे थे कि उन्होंने जमींदारों की नस्ल की नसबंदी कर दी है। अब जमींदारों के खानदान से आंवला में कोई नेता पैदा नहीं होगा। तब उनकी इस टिप्पणी को क्षत्रिय समाज से जोड़कर देखा गया था। क्षत्रिय समाज के कुछ लोगों ने तत्कालीन सांसद की इस टिप्प्णी पर नाराजगी भी जताई थी।