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एसओजी और हल्द्वानी कोतवाली पुलिस ने मंडी क्षेत्र के फायर स्टेशन के पास शुक्रवार रात कार सवार तीन तस्करों को धर दबोचा। तलाशी लेने पर आरोपियों से 1.97 किलो चरस मिली। हत्थे चढ़ा मुख्य आरोपी मार्च में जमानत पर आया था और फिर इसी गोरखधंधे में लग गया। पुलिस ने तीनों को जेल भेज दिया है।
एसपी सिटी प्रकाश चंद्र ने बताया कि तस्करी की सूचना पर एसओजी और पुलिस टीम मंडी बाईपास पर फायर स्टेशन से आगे पहुंची और वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी। इसी दौरान सफेद रंग की टैक्सी कार को रोका। वाहन रुकने पर तलाशी ली तो कार सवार तीनों गोद में कुछ छिपाने का प्रयास करने लगे। सभी को कार से उतारा गया। अलग-अलग पन्नी में रखे पदार्थ की ड्रग डिटेक्शन कीट से जांच की गई जिसमें चरस होने की पुष्टि हुई। नंदन के पास से 1.8 किलोग्राम, सौरभ मिश्रा से 746 ग्राम और हरीश सिंह से 419 ग्राम बरामद हुई।
कार चालक ने अपना नाम नंदन सिंह निवासी बेड़चूला नैनीताल, दूसरे ने हरीश सिंह निवासी बेड़चूला और तीसरे ने सौरभ मिश्रा निवासी राय नवाज थाना बहेड़ी, जिला बरेली बताया। मुख्य आरोपी नंदन सिंह ने बताया कि वे तीनों दोस्त हैं। आसपास के गांव से चरस खरीदकर हल्द्वानी में ऊंचे दामों पर बेच देते हैं। एसपी सिटी ने बताया कि चरस तस्करी में इस्तेमाल कार नंदन सिंह के नाम पंजीकृत है। नंदन से 1400 रुपये नकद, आधार कार्ड व दो मोबाइल मिले हैं। सौरभ से फोन व 650 रुपये और हरीश सिंह से मोबाइल मिला है।
मार्च में जेल से जमानत पर छूटा था नंदन
पुलिस के मुताबिक नंदन शातिर चरस तस्कर है। एक साल पहले एसओजी ने ही उसे पकड़कर जेल भेजा था। तब भी इसी कार का इस्तेमाल चरस तस्करी में किया गया था। एसओजी प्रभारी संजीत राठौर ने बताया कि मार्च में चरस तस्करी के मामले में जमानत पर छूटकर आया और फिर इसमें लग गया।