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वक़्फ़ सम्पतियां हमारे बुजुर्गों की अमानत...इसकी हिफाजत करना हमारा फर्ज

काजी-ए-हिंदुस्तान मुफ्ती मोहम्मद असजद रजा खां कादरी की सरपरस्ती और सदारत में ताजुश्शरिया मुफ़्ती अख़्तर रज़ा क़ादरी अज़हरी मियां का सातवां उर्स-ए-ताजुश्शरिया संपन्न हुआ।

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Sudhakar Shukla
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बरेली, वाईबीएन संवाददाता

काजी-ए-हिंदुस्तान मुफ्ती मोहम्मद असजद रजा खां कादरी की सरपरस्ती और सदारत में ताजुश्शरिया मुफ़्ती अख़्तर रज़ा क़ादरी अज़हरी मियां का सातवां उर्स-ए-ताजुश्शरिया संपन्न हुआ। सोमवार देर शाम 7:14 मिनट पर कुल की रस्म अदा की गई। इसके सज्जादनशीन मुफ्ती असजद मियां ने दुनिया भर में अमन और सुकून के लिए दुआ की। इस मौके पर हर तरफ हकीकतमंदों का सैलाब उमड़ता नजर आया। शहर के मोहल्ला सौदागरान से लेकर मथुरापुर तक सड़कों पर रजवी हकीकतमंद नजर आए।

उर्स के मंच से वक्फ संशोधन कानून की मुखालफत

उर्स के मंच से उलमा ने वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ आवाज उठाई। अयोध्या के शहर काजी मुफ्ती अब्दुल मुस्तफा रुदलवी ने कहा के वक़्फ़ सम्पतियां
हमारे बुजुर्गों की अमानत हैं। इसकी हिफाजत का जिम्मा भी हमारा है। वहीं, दूसरी तरफ मुफ्ती शहजाद आलम मिस्बाही ने कहा कि आला हजरत के खिलाफ सुन्नी मुसलमानों को बहकने की कोशिश की जा रही है। लोगों को आला हजरत के दुश्मन बनाया जा रहा है।

उर्स-ए-ताजुश्शरिया तके ऑनलाइन शामिल हुए कई देशों के लोग

मुफ्ती अफजल रजवी ने ताजुश्शरिया के तकवे और फतवे के बारे में लोगों को बताया। मौलाना शकील सैयद गियासे मिल्लत, अल्लामा मुफ्ती जियाउल मुस्तफा ने अपनी तकरीर में ताजुश्शरिया का रुतबा बयान किया। जमात रजा-ए-मुस्तफा के राष्ट्रीय महासचिव फरमान मियां ने बताया कि उर्स-एताजुश्शरिया में देश-विदेश से लोग ऑनलाइन भी शामिल हुए। दुबई, यूके, हॉलैंड, मालद्वीप, साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका और मॉरीशस के अकीदतमंदों ने ऑनलाइन कार्यक्रम सुना। वहीं इन देशों के बहुत सारे लोग उर्स में शिरकत करने बरेली भी पहुंचे।

ताजुश्शरिया की मजहबी और इल्मी खिदमात पर रोशनी डाली

ताजुश्शरिया कासातवां उर्स दरगाह आला हजरत पर भी पूरी अकीदत के साथ मनाया गया। जहां महफिल की सरपरस्ती सज्जादानशीन मुफ्ती अहसान मियां ने की। कुल की रस्म में दुनियाभर से आए लाखों हकीकतमंद शामिल हुए। दरगाह से जुड़े नासिर कुरैशी ने बताया कि शाम 4:00 बजे महफिल का आगाज हुआ। इसके बाद देशभर के उलमा की तकरीर हुई। उलमान ने ताजुश्शरिया की मजहबी और इल्मी खिदमात पर रोशनी डाली।

इस्लाम में आतंकवाद की कोई जगह नहीं: मौलाना अदनान रजा

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उर्स ए ताजुश्शरिया के मौके पर ऑल इंडिया रजा एक्शन कमेटी और आरएसी ट्रस्ट के मुख्यालय बैतूल रजा पर ताजुशरिया कांफ्रेंस आयोजित की गई। कॉन्फ्रेंस की सदारत करते हुए नवीर-ए-आला हजरत और आरएसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अदनान रजा कादरी ने आतंकवाद, वक्फ एक्ट, तालीम और बेटियों की हिफाजत पर नसीहत की। 

उन्होंने कहा कि इस्लाम में आतंकवाद की कोई जगह नहीं है। इसके नाम पर इस्लाम और मुसलमान को बदनाम करने वाले लोग मुल्क और इंसानियत के दुश्मन हैं। वक्फ एक्ट की खुलकर मुखालफत करने के साथ-साथ उन्होंने तालीम पर जोर दिया। ताकीद करते हुए कहा कि बेटियों को साजिश का शिकार होने से बचाएं, ताकि उनका ईमान इज्जत और जान महफूज रहे।

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