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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
आज दरगाह आला हज़रत पर आज़मीन-ए-हज को ट्रेनिंग देने व टीकाकरण करने के लिए कैम्प का आयोजन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में आज़मीन हज का टीकाकरण किया गया। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला चिकित्सालय की टीम ने डीआईओ डॉक्टर प्रशांत रंजन नेतृत्व में डॉक्टर अजमेर सिंह व अन्य डॉक्टरों की निगरानी में किया।
दरगाह से जुड़े नासिर कुरैशी ने बताया कि मुक़द्दस हज का सफर इस माह के अंत में शुरू जो जाएगा। बरेली समेत हिदुस्तान के लाखों आज़मीन हज फ्लाइट का शिड्यूल जारी होते ही सऊदी अरब रवाना होगें। हज यात्रियों की सहूलियत के लिए दरगाह पर प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान(सुब्हानी मिया) की सरपरस्ती व सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन रज़ा क़ादरी(अहसन मियां) की सदारत में दरगाह स्थित मदरसा मंज़र-ए-इस्लाम मे कैम्प का आगाज़ सुबह 10 बजे तिलावत-ए-क़ुरान से हाजी गुलाम सुब्हानी ने किया। इसके बाद कारी अब्दुर्रहमान क़ादरी ने हज के अरकान बताए। हज के दौरान अदा की जाने वाली रस्में जैसे काबे शरीफ का तवाफ़,अहराम बांधने का सही तरीका,शैतान की कंकड़ी मारने के अलावा सफा और मरवा,मिना अरफात के मैदान में अदा की जाने वाली रस्में व इबादत का तरीका विस्तार से बताया।
मुफ़्ती सलीम नूरी बरेलवी ने कहा कि हज जिदंगी में एक मर्तबा फर्ज़ है। जिन पर फ़र्ज़ है उनमें कुछ लोग उमरा कर रहे है। उनको चाहिए वो पहले हज अदा करे। हज ट्रेनर रईस अहमद व अजीम सिद्दीकी ने हज सफर में ले जाने वाले सामान में किया ले जाना है। क्या नहीं ले जाना है। इसके अलावा हज में बरती जानी वाली सावधानियों के बारे में बताया। इस मौके पर दरगाह की ओर से मौलाना अबरार उल हक़,अल्हाज मोहसिन हसन खान,अनवारूल सादात,औरंगज़ेब नूरी,मंजूर रज़ा,इशरत नूरी,नाजिम रज़ा, अल्पसंख्यक विभाग से मोहम्मद राशिद के अलावा हाजी ताजुद्दीन,पूर्व हज ट्रेनर सुहैल खान,आफताब सुहैल,इकबाल अख्तर, स्वास्थ्य विभाग से शाहिद रज़ा,रोली त्रिवेदी,राखी त्रिपाठी,स्नेहिल सिंह,अंशिका सक्सेना का विशेष सहयोग रहा।
शिविर में नवाबगंज,फतेहगंज, मीरगंज,फरीदपुर,आंवला,अलीगंज समेत शहर के आजमीन का टीकाकरण किया गया। दरगाह सरपरस्त की ओर से सबको उर्दू व हिंदी में किताब "हज ज़ियारत" बाटी गई। नासिर हुसैन ने कहा कि जो लोग टीकाकरण से रह गए हैं । उनके लिए स्वास्थ्य विभाग ने 28 अप्रैल को ख़लील स्कूल में टीकाकरण की व्यवस्था की है।