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Bareilly News: करोड़ों की वक्फ संपत्ति फर्जी तरीके से अपने नाम कराई, नगर निगम से फाइल गायब

बरेली सिविल लाइंस में स्थित वक्फ की करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर चार लोगों ने अपने नाम दर्ज करा ली। साथ ही नगर निगम कर्मियों से साठगांठ करके फाइलें गायब कर दीं। मुतवल्ली की शिकायत पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

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Sanjay Shrivastav
nagar nigam
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बरेली, वाईबीएन संवाददाता 

बरेली शहर के सिविल लाइंस इलाके में स्थित वक्फ की करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी को फर्जी दस्तावेज तैयार कर चार लोगों ने अपने नाम दर्ज करा लिया। साथ ही नगर निगम कर्मियों से साठगांठ करके फाइलें गायब कर दीं। मुतवल्ली ने इस मामले की शिकायत एसपी सिटी मानुष पारीक से की। एसपी सिटी के आदेश पर कोतवाली में तीन नामजद और एक अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।

सिविल लाइंस इलाके में स्थित है विवादित वक्फ संपत्ति

सिविल लाइंस निवासी मुतवल्ली बरकत नबी खान ने बताया कि अलीगढ़ निवासी यूसुफ जमाल, अजीज अख्तर, नासिर सईद ने अन्य लोगों के साथ मिलकर सुनियोजित तरीके से षडयंत्र करके वक्फ संपत्ति को हड़प लिया, जबकि वर्ष 1944 से यह संपत्ति नगर निगम बरेली के अभिलेखों में वक्फ संपत्ति के रूप में दर्ज है। उन्होंने इसकी शिकायत नगर निगम में भी की थी।

अलीगढ़ के रहने वाले हैं आरोपी, जालसाजी में नगर निगम कर्मचारी भी शामिल

आरोप है कि अलीगढ़ में धोदपुर के रहने वाले यूसुफ जमाल ने राधेश्याम इन्क्लेव सिविल लाइंस बरेली निवासी गनपतराय बागला, लखनऊ निवासी नासिर सईद समेत कुछ अन्य व्यक्तियों के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर लिए। इन फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उन्होंने नगर निगम बरेली के कुछ कर्मचारियों से मिलीभगत करके वक्फ संपत्ति में अपना नाम दर्ज कर लिया।

फर्जीवाड़े में एक डॉक्टर का परिवार और क्षत्रिय महासभा का नेता शामिल

इस पूरे फर्जीवाड़े को अंजाम देने के लिए नगर निगम की मूल पत्रावली को कार्यालय से गायब करा दिया, जिससे यह साबित करना कठिन हो गया के संपत्ति पर किसका वैद्य स्वामित्व है। इस षड्यंत्र के पीछे एक डॉक्टर के परिवार के क्षत्रिय महासभा के नेता बताए जाते हैं, जिनसे आरोपियों की साठगांठ है। उनके इशारे पर वक्त की संपत्ति को खुर्द-बुर्द किया जा रहा है।

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जांच रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी कार्रवाई

इसमें नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी भी शामिल है, जिनके जरिए फर्जीवाड़े को अंजाम दिया गया। नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य का कहना है कि इससे संबंधित फाइलों को मंगलवार को देखेंगे। इसको लेकर सभी अभिलेख मांगे गए हैं। संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट बनाकर देने के लिए कहा गया है। इसके बाद जांच में जो भी सच सामने आएगा, उसे आधार बनाकर आगे की कार्रवाई की जाएगी

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