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जल संरक्षण आज की आवश्यकता

वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय के जंतु विज्ञान विभाग में मंगलवार को विभागीय परिषद की ओर से जल संरक्षण विषय पर एक प्रसार व्याख्यान का आयोजन हुआ।

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Sudhakar Shukla
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बरेली, वाईबीएन संवाददाता

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वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय के जंतु विज्ञान विभाग में मंगलवार को विभागीय परिषद की ओर से जल संरक्षण विषय पर एक प्रसार व्याख्यान का आयोजन हुआ।  कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉ निशा वर्मा विभाग प्रभारी (वनस्पति विज्ञान विभाग) ने  जल संरक्षण विषय में छात्रों को विस्तृत रूप से जागरूक किया। उन्होंने कहा कि वर्षों से बढती जनसंख्या व  औद्योगिकीकरण में वृद्धि  होने से जल की मांग बढती जा रही है । जल संरक्षण आज की आवश्यकता बन गई है । वर्षा जल संचयन मूल्यतः भवनों की छतों पर इकट्ठा करके भूमि में संरक्षण करके आगे काम में लेने की प्रक्रिया है ।

मीठे पानी के स्रोतों की सुरक्षा करना 

इसके लिए यह अत्यावश्यक है कि भू-जल की गिरावट तथा भू-जल स्तर में सुधार किया जाए तथा समुद्र के जल का अंतर्गमन अर्थात समुद्री जल को भूमि की तरफ आने से रोका जाए और वर्षा मौसम के दौरान सतही जल के बहाव का संरक्षण किया जाए। उन्होंने बताया जल संरक्षण शब्द का प्रयोग उन सभी गतिविधियों तकनीकों के  लिए किया  जाता है जिसका उद्देश्य मीठे पानी  का स्थायी उपयोग करना है हमारे गृह पर  उपलब्ध जल संसाधनों के  संरक्षण तथा नदियों एवम झीलों  जैसे मीठे पानी के स्रोतों की सुरक्षा करना है । अंत  में उन्होंने दैनिक जीवन में जल संरक्षण के लिए विभिन्न उपायों को भी छात्राओं को बताया । 

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कार्यक्रम में वरिष्ठ प्राध्यापक  प्रो मनोज कुमार , नेहा गुप्ता , प्रयोगशाला सहायक श्री  रौकीर अहमद खान उपस्थित रहे । अंत में डॉ फ़ौजिया खान , विभाग प्रभारी (जन्तु  विज्ञान विभाग) ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। सम्पूर्ण कार्यक्रम मविद्यालय की प्राचार्य प्रो संध्या रानी शाक्य के संरक्षण मे आयोजित हुआ।

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