/young-bharat-news/media/media_files/2025/04/27/JRnNDB0vF0bU3EBndUFI.jpg)
अप्रैल के तीसरे सप्ताह में गर्मी ने प्रचंड रूप धारण कर लिया है। आज भी सुबह 5:35 बजे सूर्य देवता निकले तो वातावरण में गर्मी नहीं थी। मगर, चटक धूप से सुबह की शुरुआत हुई। दोपहर में भीषण गर्मी पड़ने के आसार हैं। अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी। एक दो दिन में पश्चिम विक्षोभ फिर से सक्रिय हो सकता है। इससे मौसम में बदलाव आएगा।
मौसम विभाग की वेबसाइट आईएमडी के अनुसार बीते कुछ दिन से भीषण गर्मी बनी हुई है। आज न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। सुबह और शाम तीस किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी। मगर, हवा की धार कुंद पड़ते ही कुछ देर गर्मी अपनी भीषण प्रचंदता पर होगी। दोपहर बाद पश्चिम विक्षोभ सक्रिय होने से तेज हवाएं चलेंगी। धूल के गुब्बारे उठेंगे।
क्या रखें सावधानी
स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉक्टर विकास वर्मा का कहना है कि मौसम तेजी से बदल रहा है। गर्मी का प्रकोप बढ़ने लगा है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को कभी भीषण गर्मी तो कभी धूल के गुबार वाले वातावरण से बचना चाहिए। कुछ जरूरी सावधानी भी रखनी चाहिए।
अगर जरूरी काम न हो तो दोपहर में घर से बाहर न निकले
रोजाना पर्याप्त पानी पिएं। आहार कम ले। खासतौर से रोटी कम खाएं। ठंडे पेय पदार्थ लें।
शरीर में पानी की कमी न होने दें। कोशिश यह करें कि दिन में चीनी, नमक, नींबू और पानी का घोल मिलाकर पिएं । इलेक्ट्रॉल पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं ताकि शरीर में पानी की कमी न हो
शाम का रखा हुआ बासी भोजन किसी हाल में न करें। न हीं सड़े गले फल खाएं। गन्ने, मौसमी का जूस पीते समय विशेष सावधानी बरतनी की जरूरत है।
बाजार में बिकने वाला जूस पीने से परहेज करें क्योंकि बाजार में जूस विक्रेता बर्तन साफ नहीं करते हैं। जिससे डायरिया होने का खतरा रहता है।