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एएनए इंजीरियिंग कॉलेज में बीएसए नर्सिंग के दो छात्रों में कुछ दिन से चल रही तनातनी शनिवार को मारपीट व हंगामे में बदल गई। छात्रों के एक गुट ने कॉलेज गेट पर रामपुर के तीन छात्रों की जमकर पिटाई कर दी। आरोप है कि जबरन धार्मिक नारा लगवाने पर ऐसा किया गया, एसएसपी से शिकायत के बाद रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है।
रामपुर के थाना शहजाद नगर के गांव दुर्ग नगला निवासी बीएससी नर्सिंग तीसरे के वर्ष छात्र फैसल, अरकान और कमल दिवाकर रामपुर से कॉलेज आते हैं। बताते हैं कि किसी छात्रा से बात करने लेकर फैसल की बरेली शहर निवासी सहपाठी नितिन से तनातनी चल रही थी। दोनों पक्षों ने एकदूसरे को देख लेने की चेतावनी दी थी। शनिवार को जब फैसल और उसके दोनों साथी कॉलेज के बाहर गेट पर पहुंचे तो पहले से मौजूद नितिन और उसके 15 साथियों ने डंडों, लोहे की रॉड से इन्हें पीटकर घायल कर दिया। फिर आरोपी छात्र अपने वाहनों से भाग गए। फैसल ने घर पर कॉल करके सूचना की।
देर शाम परिजनों के साथ पहुंचे फैसल के भाई अधिवक्ता मोहम्मद आरिफ ने सूचना दी तो यूपी 112 पुलिस तीनों घायलों को थाना ले गई। आरिफ के मुताबिक उन्होंने थाना पुलिस को तहरीर दी लेकिन रिपोर्ट नहीं लिखी गई। तब उन्होंने एसएसपी अनुराग आर्य से फोन पर शिकायत की। एसएसपी के निर्देश पर थाना पुलिस ने नितिन, विकेश, अमन राठौर, अमन त्यागी, चंद्रशेखर और नितिन के भाई समेत 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली। घायलों को मेडिकल परीक्षण के लिए रविवार को जिला अस्पताल भेजा गया।
इस घटना में फैसल पक्ष की ओर से आरोप लगाया गया कि नितिन व उसके साथियों ने उनसे जबरन अपने धर्म का नारा लगवाने का दबाव डाला था। नितिन और फैसल के बीच बातचीत की एक ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें इस तरह का जिक्र आ रहा है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि एक छात्रा से बातचीत को लेकर नितिन व फैसल के बीच तनाव बढ़ा था। इसका नतीजा मारपीट के रूप में सामने आया।
प्राचार्य पर नजरअंदाज करने का आरोप
- फैसल के भाई वकील आरिफ ने आरोप लगाया कि कॉलेज की प्राचार्या को दोनों छात्रों के बीच विवाद की जानकारी थी पर उनके स्तर से कोई कार्रवाई न होने से बात बढ़ी। दो दिन पहले फैसल की शिकायत पर प्राचार्य ने नितिन को डांटकर ठीक से पढ़ाई करने को कहा था। शिकायत से बौखलाकर शुक्रवार को नितिन ने फैसल को कॉल कर दी। फैसल के मुताबिक छुट्टी के बाद नितिन और उसके कॉलेज व बाहर से बुलाए गए साथी कॉलेज गेट पर इकट्ठे हो गए। फैसल को भनक लगी कि बाहर निकलने पर उसे घेरा जा सकता है तो उसने दोबारा से प्राचार्या को नितिन की योजना के बारे में बताया। आरोप है प्राचार्या ने उसकी बात को नजरअंदाज कर दिया। कॉलेज के चेयरमैन संजय आनंद ने बताया कि यह विवाद एक छात्रा और दो छात्रों के बीच का था। धार्मिक नारे या कॉलेज प्रशासन से इसका कोई मतलब नहीं है। मारपीट भी कॉलेज के बाहर ही हुई है। कॉलेज प्रशासन की कोई लापरवाही भी नहीं है।