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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
ग्रामीणों को पशुधन स्वास्थ्य संवर्धन और वैज्ञानिक जागरूकता बढ़ाने के लिए बुधवार को भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने फॉर्मर फर्स्ट परियोजना के तहत स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया। भेड़ों को पीपीआर रोग से बचाव के लिए टीकाकरण किया। प्रधान अन्वेषक डॉ. अश्वनी कुमार पांडेय ने बताया कि बरेली के चार गांवों की 930 भेड़ों को टीका लगाया गया। मझगवां ब्लॉक के रूखड़ा में 300, बसंतपुर में 290, बड़ागांव में 135 और रामनगर में 205 भेड़ें शामिल रहीं।
टीकाकरण के साथ-साथ पशु स्वास्थ्य शिविरों का भी आयोजन किया गया, जिसमें डॉ. अखिलेश कुमार द्वारा भेड़ों एवं अन्य पशुओं में विभिन्न रोगों की जांच की गई और मौके पर ही उपचार प्रदान किया गया। पशुपालकों को आवश्यक औषधियों का वितरण भी निःशुल्क किया गया।
सह-अन्वेषक डॉ. अखिलेश कुमार ने भेड़ों व अन्य पशुओं में रोगों की जांच कर इलाज किया। इस अवसर पर डॉ. अश्वनी कुमार पाण्डेय ने उपस्थित पशुपालकों को बरसात के मौसम में भेड़ पालन के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी, जिससे पशुओं को मौसमी बीमारियों से सुरक्षित रखा जा सके।
कार्यक्रम को सफल बनाने में फील्ड असिस्टेंट श्री सूर्य प्रताप सिंह एवं श्री कमल दत्त शर्मा ने सक्रिय सहयोग प्रदान किया। यह पहल संस्थान की ग्रामीण क्षेत्रों में पशुधन स्वास्थ्य संवर्धन और वैज्ञानिक जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। फील्ड असिस्टेंट सूर्य प्रताप सिंह, कमल दत्त शर्मा, मझगवां के पशु चिकित्साधिकारी डॉ. नरेश चंद्र शर्मा ने पशुओं के इलाज, टीकाकरण में सहयोग किया।