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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
दोपहर में समाजवादी पार्टी की मासिक मीटिंग में जिला उपाध्यक्ष और फरीदपुर नगर पालिका के तीन बार से सभासद रह चुके ताजुद्दीन का फूल मालाएं पहनाकर खूब स्वागत किया गया। उनके सम्मान में कसीदे भी पढ़े गए मगर, शाम होते-होते प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल ने उनका पद से हटाकर पैदल कर दिया। अचानक पद मुक्त होने पर सपा के अंदर का विरोधी खेमा पार्टी की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं।
तीसरी बार में वह 600 वोटो से सभासद का चुनाव जीते थे
वर्ष 2023 में नगर पालिका चुनाव में गोली चलने के एक मामले में तत्कालीन पार्षद ताजुद्दीन का नाम आया था। उस समय उनके खिलाफ थाने में एफआईआर भी हुई थी। बताते हैं कि पुलिस की सख्ती के बाद वह फरीदपुर छोड़कर अंडरग्राउंड हो गए थे। लेकिन, तीसरी बार में वह 600 वोटो से सभासद का चुनाव जीत गए। कुछ समय पहले उनको संगठन में जिला उपाध्यक्ष भी बना दिया गया। सूत्रों के अनुसार जब से वह जिला उपाध्यक्ष बने। तभी से पार्टी के अंदर उनका विरोधी खेमा सक्रिय हो गया। सपा के किसी नेता ने उनके पुराने गोलीकांड से संबंधित सूचनाओं को लखनऊ पार्टी हाइकमान को भेज दिया। इनका संज्ञान लेते हुए सपा के प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल ने ताजुद्दीन को पदमुक्त करने का आदेश जारी कर दिया। प्रदेश अध्यक्ष के लेटर में जिला उपाध्यक्ष पद से ताजुद्दीन को हटाए जाने का कोई कारण नहीं बताया गया है। जिला अध्यक्ष शिवचरण कश्यप को भी नहीं पता कि उनको उपाध्यक्ष पद से क्यों हटाया गया। सपा में फिलहाल यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।