बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले महागठबंधन को एक बड़ा समर्थन मिल सकता है। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने RJD के नेतृत्व वाले महागठबंधन के साथ गठबंधन करने की इच्छा जताई है। हालांकि, AIMIM ने सीमांचल क्षेत्र की सभी 24 सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग रखी है, जबकि RJD इस पर 8-10 सीटें देने पर विचार कर रही है।
AIMIM ने महागठबंधन के साथ चुनाव लड़ने के लिए शर्तें रखी हैं, जिसमें सीमांचल को विशेष आर्थिक पैकेज और सीटों पर प्राथमिकता शामिल है। RJD और कांग्रेस अभी तक इस पर सहमति नहीं बना पाई हैं, क्योंकि वे मुस्लिम वोट बैंक के बंटवारे को लेकर चिंतित हैं। 2020 के चुनाव में AIMIM ने सीमांचल की 5 सीटें जीती थीं, जिससे RJD को नुकसान हुआ था। इस बार पार्टी अपना प्रभाव बढ़ाना चाहती है।
AIMIM का रुख: "भाजपा को हराना है लक्ष्य"
AIMIM के राष्ट्रीय प्रवक्ता आदिल हसन ने कहा कि हम महागठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहते हैं। हमारा एकमात्र उद्देश्य भाजपा को हराना है। सीमांचल के विकास के लिए हम विशेष दर्जा चाहते हैं। अगर RJD इसे स्वीकार करे, तो हम कम सीटों पर भी समझौता करने को तैयार हैं।
वहीं RJD को डर है कि AIMIM के शामिल होने से मुस्लिम वोट बंट सकते हैं, जो पारंपरिक रूप से उसके पास रहते हैं। कांग्रेस भी सीटों के बंटवारे को लेकर सहमत नहीं है, क्योंकि वह खुद सीमांचल में मजबूत दावेदारी रखती है।