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बिहार चुनाव 2025 : RJD में वापसी नहीं 'मरना मंजूर' क्यों कह रहे हैं तेज प्रताप? | यंग भारत न्यूज Photograph: (Google)
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से ठीक पहले राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में बड़ा एक्शन लिया गया है। पार्टी के भीतर बढ़ती अनुशासनहीनता और बगावत पर बड़ा कदम उठाते हुए 10 नेताओं को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। इन सभी पर छह साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है।
RJD से निकाले गए नेताओं में मौजूदा विधायक फतेह बहादुर सिंह (डेहरी), पूर्व विधायक मो. गुलाम जिलानी वारसी (कांटी) और मो. रियाजुल हक राजू (गोपालगंज) जैसे नाम शामिल हैं। इनके अलावा पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष सतीश कुमार (नालंदा), बिहार शरीफ के मो. सैयद नौसादुल नवी उर्फ पप्पू खां, प्रदेश महासचिव अमोद कुमार मंडल (पूर्णिया), सिंहेश्वर के सदस्य विरेंद्र कुमार शर्मा, मधेपुरा के ई. प्रणव प्रकाश, भोजपुर की महिला प्रकोष्ठ महासचिव जिप्सा आनंद और राजीव रंजन उर्फ पिंकू को भी निष्कासित किया गया है।
टिकट वितरण के बाद कई नेताओं ने खुलकर असंतोष जताया था। कुछ नेता निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थन में सक्रिय देखे गए, जिससे पार्टी की छवि और संगठनात्मक एकजुटता पर असर पड़ रहा था। तेजस्वी यादव ने ऐसे नेताओं पर तुरंत कार्रवाई करते हुए यह संदेश देने की कोशिश की है कि पार्टी में अनुशासन सर्वोपरि है और व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा संगठन से बड़ी नहीं हो सकती।
RJD लंबे समय से बगावत और टिकट असंतोष की चुनौतियों से जूझ रही थी। 27 नेताओं को पहले ही बाहर का रास्ता दिखाने के बाद यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है। आरजेडी की यह सख्ती उस समय आई है जब बिहार में पहले चरण के मतदान की तारीख नजदीक है और सभी दल अपने उम्मीदवारों के पक्ष में जनसभाओं में जुटे हैं। तेजस्वी यादव लगातार महागठबंधन की सभाओं में प्रचार कर रहे हैं, वहीं पार्टी संगठन के भीतर ‘क्लीन-अप’ प्रक्रिया चल रही है। सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में और भी नेताओं पर कार्रवाई हो सकती है, जो अनुशासनहीनता के दायरे में आएंगे।
Bihar RJD News | Tejashwi Yadav | lalu yadav
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