कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) बिहार दौरे पर आ रहे हैं। उनका यह दौरा केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि कांग्रेस की रणनीति का अहम हिस्सा माना जा रहा है। बिहार की राजनीति में लंबे समय से हाशिये पर चल रही कांग्रेस इस बार अपनी 'संगठित वापसी' की स्क्रिप्ट लिखने में जुट गई है – और खड़गे की मौजूदगी उसी कथा की पहली पंक्ति है।
बक्सर से 'जय बापू-जय भीम' की हुंकार
खड़गे 19 अप्रैल को दिल्ली से सीधा बक्सर पहुंचेंगे, जहां वे दलसागर मैदान में आयोजित "जय बापू – जय भीम – जय संविधान" कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। यह कार्यक्रम पार्टी के एससी प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित किया जा रहा है, जो दलित और वंचित वर्ग को साधने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। यह नारा न केवल संवैधानिक मूल्यों की रक्षा का संदेश देता है, बल्कि कांग्रेस के सामाजिक न्याय एजेंडे को भी पुनर्स्थापित करने की कवायद है।
पटना में शक्ति प्रदर्शन और रणनीतिक बैठकें
आज रात खड़गे पटना पहुंचेंगे, जहां अगले दिन यानी 20 अप्रैल को बापू सभागार में एक बड़ा सम्मेलन आयोजित किया गया है। यहां कांग्रेस प्रदेश के नेताओं, विधायकों और कार्यकर्ताओं के साथ संवाद स्थापित करेगी। सूत्रों के मुताबिक, इस सम्मेलन में आगामी चुनाव को लेकर सीट बंटवारे, गठबंधन की स्थिति और प्रचार रणनीतियों पर भी गहन चर्चा होगी। इसके अतिरिक्त, खड़गे सदाकत आश्रम में आयोजित होने वाली महागठबंधन की दूसरी बैठक में भी शामिल हो सकते हैं, जो इस दौरे को और अधिक राजनीतिक वज़नदार बनाता है। यह बैठक इसलिए भी अहम मानी जा रही है क्योंकि इसमें RJD, JDU, और कांग्रेस के बीच सीट साझा करने के प्रारूप पर चर्चा हो सकती है।
कांग्रेस की बदली चाल, बदलती चालें
बीते तीन महीनों में राहुल गांधी तीन बार बिहार का दौरा कर चुके हैं। कभी कन्हैया कुमार के साथ 'पलायन रोको, नौकरी दो' यात्रा में दिखे, तो कभी जनसभाओं में केंद्र सरकार को घेरते नज़र आए। अब पार्टी अध्यक्ष खुद मैदान में उतर आए हैं, तो यह साफ संकेत है कि कांग्रेस इस बार सिर्फ 'हिस्सेदारी' नहीं, बल्कि 'नेतृत्वकारी' भूमिका चाहती है। कांग्रेस नेताओं को उम्मीद है कि मल्लिकार्जुन खड़गे का यह दौरा पार्टी के कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार करेगा। प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार और विधायक दल के नेता शकील अहमद खान लगातार तैयारियों की निगरानी कर रहे हैं, ताकि खड़गे की मौजूदगी को एक 'शक्ति प्रदर्शन' में तब्दील किया जा सके।