बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर महागठबंधन की दूसरी औपचारिक बैठक 24 अप्रैल को पटना के सदाकत आश्रम स्थित कांग्रेस मुख्यालय में होगी। इसमें सीट बंटवारे और चुनावी रणनीति पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। बैठक में हर दल से दो प्रतिनिधि शामिल होंगे। गठबंधन ने सीट वितरण के लिए दो मापदंड तय किए हैं—उम्मीदवारों की जीत की संभावना और उनकी साख। राजद 150 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहता है, जबकि कांग्रेस 70 और वाम दलों ने भी अपने दावे पेश किए हैं। 2020 में शानदार प्रदर्शन करने वाली सीपीआई-एमएल इस बार ज्यादा सीटों की मांग कर रही है।
बैठक के बाद वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी की ओर से सभी दलों के नेताओं के लिए विशेष मछली-चावल भोज का आयोजन किया गया है, जिसे गठबंधन में सौहार्द बढ़ाने की पहल माना जा रहा है। बैठक में पंचायत, ब्लॉक और जिला स्तर पर समन्वय बैठकें कर बूथ प्रबंधन मजबूत करने की योजना भी बनेगी।
इससे पहले 17 अप्रैल को राजद कार्यालय में गठबंधन की पहली बैठक आयोजित हुई थी, जिसमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को समन्वय समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। 24 अप्रैल को होने वाली इस बैठक का आयोजन नए समन्वय पैनल द्वारा किया जा रहा है, जिसमें गठबंधन के प्रत्येक दल से दो-दो प्रतिनिधि शामिल होंगे।
सीट बंटवारे में जीत की संभावना और साख होंगे मापदंड
सूत्रों के मुताबिक, महागठबंधन के छह घटक दलों ने सीटों के बंटवारे को लेकर दो मुख्य मापदंड तय किए हैं—उम्मीदवारों की जीत की संभावना और उनकी व्यक्तिगत साख। इसी आधार पर सीटों की संख्या तय की जाएगी। राजद कम से कम 150 सीटों पर दावा कर रहा है, जबकि कांग्रेस 70 सीटें चाहती है। वाम दलों में सीपीआई-एमएल 30 से अधिक सीटें मांग रही है, वहीं सीपीआई और सीपीएम 10-12 सीटों पर नजरें गड़ाए हुए हैं।
विशेष रूप से, 2020 विधानसभा चुनाव में सीपीआई-एमएल ने 19 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 12 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इसी प्रदर्शन के आधार पर इस बार वे अधिक सीटें चाह रहे हैं। गठबंधन के भीतर यह सहमति बन रही है कि पिछली बार के प्रदर्शन और उम्मीदवारों की क्षेत्रीय पकड़ को ध्यान में रखते हुए ही सीटों का बंटवारा किया जाए।
मुकेश सहनी की मछली-चावल दावत बनेगी चर्चा का केंद्र
राजनीतिक चर्चाओं के साथ-साथ 24 अप्रैल को माहौल में भोज की मिठास भी घुलने वाली है। बैठक के बाद विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी की ओर से सभी सहयोगी दलों के लिए खास मछली-चावल की दावत का आयोजन किया गया है। जानकारी के अनुसार, इस दावत के लिए सहनी मिथिलांचल से विशेष मछली मंगवा रहे हैं। यह भोज न केवल आपसी समन्वय को मजबूत करने का प्रयास है, बल्कि महागठबंधन के भीतर सौहार्द का प्रतीक भी माना जा रहा है।
चुनावी रणनीति और बूथ स्तर पर समन्वय की तैयारी
बैठक में यह भी तय किया जाएगा कि महागठबंधन के छहों दल पंचायत, ब्लॉक और जिला स्तर पर समन्वय बैठकों का आयोजन करें, जिससे कार्यकर्ताओं के बीच बेहतर तालमेल बन सके। यह रणनीति न केवल बेहतर बूथ प्रबंधन को सुनिश्चित करेगी, बल्कि साझा प्रचार अभियान को भी धार देगी।