बिहार की सियासत ने 2025 के विधानसभा चुनावों की दहलीज़ पर एक नया मोड़ ले लिया है। जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश कार्यालय से आई एक राजनीतिक तस्वीर ने इस समय पूरे प्रदेश में चर्चा को गरमा दिया है। जदयू के मुख्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की साझा तस्वीर अब प्रमुखता से प्रदर्शित की गई है। इस पोस्टर के साथ एक अहम नारा लिखा गया है: “महिलाओं की जय जयकार, फिर से एनडीए सरकार।”
यह दृश्य केवल एक साधारण पोस्टर नहीं, बल्कि एक रणनीतिक सियासी संकेत है। यह पहली बार हुआ है कि जदयू ने अपने दफ्तर की दीवारों पर पीएम मोदी की तस्वीर को सार्वजनिक रूप से प्रचारात्मक रूप में स्थान दिया है। इससे पहले नीतीश कुमार की रणनीति अपेक्षाकृत ‘मध्यम मार्गी’ रही है, जिसमें बीजेपी और महागठबंधन के बीच संतुलन साधने की कोशिश दिखती थी। लेकिन अब तस्वीरें कुछ और ही बयां कर रही हैं — और वो है NDA की दोबारा मज़बूत वापसी का इरादा।
बिहार में नीतीश कुमार का दो दशक से अधिक पुराना भाजपा से रिश्ता, भले ही 2015-2017 और 2022-24 के बीच महागठबंधन में शामिल होने से अस्थायी रूप से टूटा था, पर अब लगता है कि ये गठबंधन फिर उसी मजबूती से लौट आया है। जदयू दफ्तर के पोस्टर यह संदेश दे रहे हैं कि इस बार बिहार की जंग NDA मिलकर लड़ेगा — खुलकर और पूरे दमखम के साथ।
नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी दोनों की साझा छवि, महिलाओं के सशक्तिकरण जैसे नारे के साथ, चुनाव के लिए खास तौर पर तैयार की गई रणनीति का हिस्सा लगती है। इससे भाजपा को राज्य में अपनी सामाजिक पकड़ मजबूत करने में मदद मिल सकती है, खासकर महिला वोटर्स के बीच जो अब एक निर्णायक भूमिका में हैं।