बिहार की राजनीति में बड़ा फेरबदल देखने को मिला है। जन अधिकार पार्टी (जाप) के संस्थापक और पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय करने की घोषणा कर दी है। यह फैसला एक बैठक के बाद लिया गया, जिसकी अध्यक्षता खुद पप्पू यादव ने की।
100 सीटों पर चुनाव लड़े कांग्रेस : पप्पू यादव
इस मौके पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अब कम से कम 100 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ना चाहिए। उनका मानना है कि यह विलय न सिर्फ कांग्रेस को बिहार में नई ताकत देगा, बल्कि सामाजिक न्याय की लड़ाई को भी एक नई दिशा देगा।
पप्पू यादव ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की प्रशंसा करते हुए उन्हें "आखिरी व्यक्ति की आवाज़" बताया। उन्होंने कहा कि 'भारत जोड़ो यात्रा' के जरिए राहुल गांधी ने आम जनता की पीड़ा को समझा और उसे राष्ट्रीय विमर्श में शामिल किया।
उन्होंने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब जातीय जनगणना की मांग की जाती है तो आवाज उठाने वालों को 'अर्बन नक्सल' करार दिया जाता है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या प्रधानमंत्री मोदी की जाति किसी ने पूछी है, जैसे कांग्रेस नेताओं से बार-बार पूछी जाती है?
मीडिया की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए पप्पू यादव ने कहा कि आज मीडिया सत्ता के दबाव में काम कर रहा है और सच को दबाया जा रहा है।
अब जब जाप के कार्यकर्ता कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि यह गठबंधन बिहार की राजनीति में क्या नया मोड़ लाता है।