2025 बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के तहत कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर बिहार दौरे पर आ रहे हैं। 6 जून को वे नालंदा जिले के राजगीर में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे, जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले में आयोजित हो रही है। यह कांग्रेस की ओर से एक स्पष्ट राजनीतिक चुनौती के रूप में देखा जा रहा है।
क्या है इस रैली का महत्व?
अति पिछड़ा वर्ग (EBC) को टारगेट: राहुल गांधी इस सम्मेलन के जरिए बिहार के अति पिछड़ा समुदाय (EBC) और OBC वोट बैंक को साधने की कोशिश करेंगे।
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नीतीश कुमार के घर में चुनौती: राजगीर, नीतीश कुमार का पॉलिटिकल बेस है। यहां रैली करके कांग्रेस सीधे JD(U) को मैसेज दे रही है।
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चुनावी रणनीति का हिस्सा: यह राहुल गांधी का पिछले 5 महीनों में पांचवां बिहार दौरा है, जो दर्शाता है कि कांग्रेस बिहार को प्राथमिकता दे रही है।
क्यों अहम है यह दौरा?
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EBC वोट बैंक की लड़ाई: बिहार में EBC (Extremely Backward Classes) 30% से अधिक आबादी है। नीतीश कुमार ने पिछले दो दशकों में इस वर्ग को अपना कोर वोट बनाया है। अब कांग्रेस इसी वर्ग को अपने पाले में लाना चाहती है।
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BJP vs Congress की जंग: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया बिहार दौरे के बाद, कांग्रेस ने भी अपनी रणनीति तेज कर दी है।
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पिछला विवाद: राहुल गांधी का पिछला दरभंगा दौरा विवादों में घिर गया था, जहां उन पर बिना अनुमति के रैली करने का आरोप लगा। लेकिन कांग्रेस पीछे हटने वाली नहीं दिख रही।