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Bihar Election से पहले SP की दस्तक, Tejashwi Yadav-Afzal Ansari मुलाकात से बढ़ी सियासी हलचल

राजद कार्यालय में अफजाल अंसारी की तेजस्वी यादव से मुलाकात ने संकेत दिया कि समाजवादी पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के साथ उतर सकती है।

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YBN Bihar Desk
Afzal Ansari RJD Office Patna Tejashwi Yadav
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बिहार की राजनीति में 2025 विधानसभा चुनाव से पहले एक नई हलचल शुरू हो गई है। उत्तर प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी (सपा) अब बिहार की जमीन पर भी कदम रखने की तैयारी में दिख रही है। इसकी झलक सोमवार को उस वक्त दिखी जब सपा सांसद अफजाल अंसारी पटना स्थित RJD कार्यालय पहुंचे और तेजस्वी यादव से बंद कमरे में लंबी बातचीत की।

अफजाल-तेजस्वी की मुलाकात के सियासी मायने

गाजीपुर से सांसद और पूर्वांचल में मजबूत सियासी पकड़ रखने वाले अफजाल अंसारी की यह मुलाकात महज एक शिष्टाचार भेंट नहीं मानी जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में महागठबंधन में समाजवादी पार्टी की संभावित एंट्री पर चर्चा हुई। खास बात यह है कि तेजस्वी यादव भी उस समय कार्यालय में मौजूद थे, और दोनों की बातचीत ने अटकलों को और बल दिया।

UP-बिहार के सीमावर्ती इलाकों में सपा का असर

समाजवादी पार्टी का उत्तर प्रदेश में खासकर पूर्वांचल और सीमावर्ती जिलों में मजबूत जनाधार है। बिहार के कुछ सीमावर्ती विधानसभा क्षेत्रों में सपा का सामाजिक आधार पहले से मौजूद है, जहां यादव, मुस्लिम और पिछड़ा वर्ग की बड़ी आबादी है। ऐसे में माना जा रहा है कि अगर सपा महागठबंधन में शामिल होती है, तो उसे सीमावर्ती जिलों की कुछ सीटें मिल सकती हैं।

RJD को क्या होगा फायदा?

राजद फिलहाल कांग्रेस, वाम दलों, और झामुमो जैसी पार्टियों के साथ सीट शेयरिंग को लेकर पहले से ही दबाव में है। समाजवादी पार्टी के शामिल होने से महागठबंधन को यूपी से लगे क्षेत्रों में सीमांत वोट बैंक को साधने में मदद मिल सकती है। खासकर ऐसे समय में जब एनडीए OBCकार्ड और मोदी ब्रांडिंग के सहारे उन इलाकों में पकड़ मजबूत कर रहा है।

बैकग्राउंड में दिख रहा यूपी का सियासी गणित

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इस मुलाकात का एक और बड़ा संकेत यह भी है कि बिहार चुनाव के तुरंत बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव भी होने हैं। ऐसे में यह कदम समाजवादी पार्टी की ओर से बिहार में जमीन तैयार करने और RJD के साथ सियासी रिश्ते मजबूत करने की रणनीति का हिस्सा हो सकता है।

मुख्तार अंसारी फैक्टर भी चर्चा में

अफजाल अंसारी, मुख्तार अंसारी के बड़े भाई हैं और मुस्लिम समाज में खास प्रभाव रखते हैं। मुख्तार की हालिया मौत के बाद अंसारी परिवार फिर से सियासी मजबूती की तलाश में है। बिहार में उनकी मौजूदगी कुछ इलाकों में राजद के साथ जुड़कर ध्रुवीकरण और मुस्लिम वोटों के एकजुट होने की दिशा में भी असर डाल सकती है।

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