बिहार की राजनीति में एक बार फिर आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। शनिवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने मुख्यमंत्री Nitish Kumar पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे सरकारी पैसे का इस्तेमाल कर JDU के चुनावी प्रचार में लगे हैं। उन्होंने यह बयान हाल ही में शुरू हुई “महिला संवाद यात्रा” के संदर्भ में दिया, जिसे जदयू ने महिला सशक्तिकरण अभियान बताया है।
Tejashwi Yadav का दावा - 600 विशेष रथ मंगवाए
तेजस्वी यादव ने दावा किया कि इस यात्रा के लिए 600 विशेष रथ मंगवाए गए हैं, जिनका मकसद महिलाओं को जागरूक करना नहीं, बल्कि जदयू का चुनावी प्रचार करना है। उन्होंने कहा, “महिला संवाद के नाम पर जो रथ चलाए जा रहे हैं, वे पूरी तरह चुनावी रथ हैं। सरकारी पैसे से इसे संचालित किया जा रहा है, जो संसाधनों का घोर दुरुपयोग है।” राजद नेता ने यह भी कहा कि यह कोई नई रणनीति नहीं है। इससे पहले भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी "बिहार यात्रा" के दौरान ग्रामीण विकास विभाग के मद से 2 अरब 25 करोड़ रुपये खर्च किए थे। उन्होंने कहा कि तब भी यात्रा को विकास से जोड़कर प्रचार किया गया था, लेकिन वास्तविकता में उसका उपयोग जदयू की छवि चमकाने के लिए किया गया।
जनता के Tax के पैसे का राजनीतिक इस्तेमाल कर रहे नीतीश : Tejashwi Yadav
तेजस्वी यादव ने इस पूरे मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राज्य की जनता के टैक्स के पैसे का इस्तेमाल एक राजनीतिक दल के प्रचार के लिए किया जाना पूरी तरह से अनुचित और लोकतंत्र के खिलाफ है। उन्होंने मांग की कि इस पर तत्काल रोक लगाई जाए और स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराई जाए।
उन्होंने आगे कहा कि यदि महिला संवाद यात्रा सचमुच महिलाओं के हित में है, तो इसकी प्रक्रिया पारदर्शी होनी चाहिए। कार्यक्रम में सरकारी और राजनीतिक गतिविधियों के बीच स्पष्ट अंतर दिखना चाहिए। तेजस्वी ने यह भी तंज कसा कि मुख्यमंत्री अब अपनी साख बचाने के लिए सरकारी योजनाओं की आड़ में पार्टी के लिए समर्थन जुटा रहे हैं।