बिहार में ताड़ी को लेकर छिड़ी सियासी बहस अब और तेज हो गई है। जहां एक ओर तेजस्वी यादव ने ताड़ी को शराबबंदी कानून से बाहर रखने की मांग कर विपक्षी गोलबंदी की शुरुआत की, वहीं अब लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने इस मांग का खुलकर समर्थन किया है।
चिराग ने कहा- ताड़ी को कानून से बाहर किया जाए
पटना में मीडिया से बात करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि तेजस्वी यादव की मांग बिल्कुल सही है। ताड़ी पर प्रतिबंध शराबबंदी कानून के दायरे से बाहर किया जाना चाहिए। हमने भी कई बार यह बात कही है, लेकिन हम कैबिनेट में नहीं हैं, इसलिए निर्णय का हिस्सा नहीं बन सकते।
बिहार की राजनीति में वापसी का एलान
चिराग पासवान ने इस मौके पर एक बड़ा राजनीतिक संकेत भी दे डाला। उन्होंने कहा कि वे अब केंद्र की राजनीति से दूरी बनाकर बिहार की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर पार्टी तय करेगी तो मैं खुद विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हूं। बिहार मेरी राजनीति का केंद्र है।
पहलगाम हमले पर विपक्ष को नसीहत
चिराग पासवान ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले पर विपक्षी बयानों को गैर-जिम्मेदाराना बताते हुए कहा कि इस समय पूरे देश को एकजुट रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि सुरक्षा चूक की जांच केंद्र सरकार कर रही है और यह कोई राजनीतिक बयानबाज़ी का मुद्दा नहीं होना चाहिए।
एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर आश्वस्त
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर एनडीए के भीतर सीट बंटवारे के सवाल पर चिराग ने भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से लोकसभा चुनाव में सीटों का बंटवारा हुआ, उसी आधार पर विधानसभा में भी समन्वय बन जाएगा। इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि एनडीए में फिलहाल दरार की कोई स्थिति नहीं है, बल्कि सभी घटक दलों के बीच संवाद और समझ बनी हुई है।