पटना, वाईबीएन नेटवर्क।
चुनावों की आहट सुनाई देने लगी है। बिहार की राजनीति में बयानों की गर्मी एक बार फिर चरम पर है। तिरहुत स्नातक क्षेत्र से नवनिर्वाचित विधान पार्षद बंशीधर ब्रजवासी ने शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार पर तीखा हमला बोला है। उनका बयान न सिर्फ विवादास्पद है, बल्कि इससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। मंच से बोलते हुए ब्रजवासी ने कहा, रिश्वतखोरों को जूते से पीटा जाएगा। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल है।
शिक्षा विभाग में चरम पर घूसखोरी
समस्तीपुर के विभूतिपुर स्थित सिंघिया बुजुर्ग में एक शिक्षक सम्मान समारोह में बोलते हुए बंशीधर ब्रजवासी ने कहा कि "शिक्षा विभाग में नीचे से ऊपर तक घूसखोरी का बाजार गर्म है। अगर कोई अधिकारी आपसे रिश्वत मांगे, तो उसका ऑडियो-वीडियो बनाइए और मुझे बुलाइए। हम उसे पकड़कर जूता चलाएंगे!"
ब्रजवासी ने यह भी माना कि उनका बयान 'असंसदीय' हो सकता है, लेकिन वह अपने शब्दों पर अडिग हैं। उन्होंने कहा कि "भ्रष्टाचार का इलाज अब जूते से ही होगा! चाहे जो हो जाए!"
कौन हैं बंशीधर ब्रजवासी?
बंशीधर ब्रजवासी का राजनीतिक सफर भी काफी चर्चित और संघर्षपूर्ण रहा है। वह खुद एक नियोजित शिक्षक रह चुके हैं, लेकिन 2022 में तत्कालीन शिक्षा सचिव केके पाठक ने उन्हें बर्खास्त कर दिया था। इसके बाद, उन्होंने राजनीति में कदम रखा और इस साल तिरहुत स्नातक सीट से जेडीयू उम्मीदवार देवेश चंद्र ठाकुर को हराकर जीत दर्ज की। यह सीट लगभग 20 वर्षों से जेडीयू के पास थी, जिसे ब्रजवासी ने छीन लिया। उन्होंने पूरे बिहार के शिक्षकों को 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए एकजुट होने का आह्वान किया और कहा कि सभी शिक्षकों को अब लड़ाई नहीं लड़नी है। अपनी ताकत दिखानी है। बिहार सरकार को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि अगर शिक्षक समाज की मांग को सरकार नहीं मानती है तो वह सरकार को उखाड़ फेंकेंगे।