राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने केंद्रीय अंतरिम बजट 2024 को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखते हुए बजट को जनता को भ्रमित करने वाला करार दिया और इसे ‘इंडिया शाइनिंग’ की तरह बताया।
रोहिणी आचार्य ने आरोप लगाया कि यह सरकार पिछले चार दशकों में सबसे ज्यादा बेरोजगारी पैदा करने वाली सरकार रही है और इस बजट में भी आम जनता के लिए कोई ठोस राहत नहीं दी गई है। उन्होंने लिखा,
“पुराने प्रावधानों को ही इस तरह से प्रस्तुत किया गया है कि जिससे आम अवाम को लगे कि सरकार अर्थव्यवस्था और जनता की बेहतरी के लिए काम कर रही है, लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर है।”
उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इनकम टैक्स में कोई बड़ी राहत न देकर मध्यम वर्ग की अनदेखी की गई है और पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने वाली सरकार ने एक बार फिर आम जनता के साथ अन्याय किया है।
महंगाई को देश का सबसे बड़ा मुद्दा बताते हुए रोहिणी ने कहा कि बजट में इस अहम विषय पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। उनके मुताबिक, इस बजट से महंगाई को नियंत्रित करने के लिए कोई कारगर योजना नहीं दी गई, जिससे जनता को निराशा ही हाथ लगी।
बिहार को फिर ठगा गया: रोहिणी
बिहार को विशेष पैकेज न देने पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने लिखा,
“बिहार के साथ एक बार फिर वादाखिलाफी की गई है। बिहार को विशेष पैकेज देने का वादा किया गया था, लेकिन इस बजट में उसे फिर से नजरअंदाज कर दिया गया।”
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट 2024 पेश किया, जिसमें बिहार के लिए कई घोषणाएं की गईं। इस साल अक्टूबर-नवंबर में बिहार विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में बजट को लेकर बिहार की राजनीति गरमा गई है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
‘जुमला बजट’: तेजस्वी यादव
राजद नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस बजट को ‘जुमला बजट’ करार दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह बजट गांव और ग्रामीण जनता के साथ खिलवाड़ है। तेजस्वी ने कहा कि “रेल का भाड़ा लगातार महंगा होता जा रहा है, लेकिन इस पर कोई राहत नहीं दी गई। बिहार को इस बजट में कुछ भी नया नहीं मिला है।”
तेजस्वी यादव ने बजट की आलोचना करते हुए कहा कि इसमें केवल पुरानी घोषणाओं को दोहराया गया है। उन्होंने कहा कि
“बिहार के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। चुनाव के वक्त केंद्र सरकार मीठी-मीठी बातें करेगी, लेकिन असल में बिहार के लिए ठोस कदम नहीं उठाए जाएंगे।”
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि ग्रीन फील्ड परियोजनाओं के नाम पर किसानों से जमीन ली जाएगी, लेकिन उनके भविष्य को सुरक्षित करने की कोई योजना नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने ज्यादा बड़ा पैकेज हासिल कर लिया, जबकि बिहार को कुछ खास नहीं मिला।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने कहा कि वे बजट पर अचेत अवस्था में सिर्फ ताली बजा रहे हैं। उन्होंने कहा कि
“जब मुख्यमंत्री से विशेष राज्य के दर्जे को लेकर सवाल पूछा जाता है, तो वे कुछ नहीं बोलते। यह बजट पूरी तरह खोखला है।”