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JDU ने प्रशांत किशोर पर साधा निशाना, फंडिंग और पार्टी रजिस्ट्रेशन पर उठाए गंभीर सवाल

जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर और उनकी संस्था ‘जन सुराज’ पर बड़े हमले करते हुए उनकी फंडिंग और पार्टी रजिस्ट्रेशन को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।

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Mukesh Pandit
Kishor Niraj

Photograph: (Google)

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पटना, वाईबीएन नेटवर्क।

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जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर और उनकी संस्था ‘जन सुराज’ पर बड़े हमले करते हुए उनकी फंडिंग और पार्टी रजिस्ट्रेशन को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। जदयू के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार ने सोमवार को पटना में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रशांत किशोर पर कई आरोप लगाए और उनसे जवाब मांगा।

जन सुराज की आड़ में ‘धन सुराज’

MLC नीरज कुमार ने कहा कि "प्रशांत किशोर जन सुराज की आड़ में ‘धन सुराज’ चला रहे हैं। वे गांधी जी के नाम पर बिहार को धोखा देने की कोशिश कर रहे हैं। लोकतंत्र की आड़ में कंपनी राज को हम कभी स्वीकार नहीं करेंगे।" उन्होंने प्रशांत किशोर की पार्टी के रजिस्ट्रेशन और फंडिंग को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे किए।नीरज कुमार ने बताया कि प्रशांत किशोर ने 8 अगस्त 2022 को अपनी पार्टी के रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन किया था, जबकि ‘जन सुराज’ की स्थापना 28 अगस्त 2023 को हुई। उन्होंने सवाल उठाया कि पार्टी का रजिस्ट्रेशन अजीत सिंह नामक व्यक्ति के नाम पर कराया गया, लेकिन अब वह व्यक्ति कहां है? उन्होंने कहा, "प्रशांत किशोर को इसका जवाब देना चाहिए।"

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ट्रस्ट को 48 करोड़ रुपये का डोनेशन मिला

जदयू प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि प्रशांत किशोर की पार्टी को ‘जॉय ऑफ गिविंग ग्लोबल फाउंडेशन ट्रस्ट’ नामक संस्था से फंडिंग मिल रही है, जिसका कार्यालय बेंगलुरु में स्थित है। उन्होंने दावा किया कि 2023-24 में इस ट्रस्ट को 48 करोड़ रुपये का डोनेशन मिला, जिसमें सबसे बड़ा योगदान राम सेतु इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी का था। नीरज कुमार ने प्रशांत किशोर पर सीधा सवाल उठाते हुए कहा, "आपने खुद अपनी ही संस्था को 50 लाख रुपये का डोनेशन क्यों दिया? यह पारदर्शिता के सिद्धांत के खिलाफ है।"

प्रशांत किशोर को 72 घंटे का अल्टीमेटम

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जदयू ने आरोप लगाया कि किसी चैरिटी ट्रस्ट के माध्यम से राजनीतिक पार्टी को सहयोग देना कंपनी एक्ट का उल्लंघन है। नीरज कुमार ने कहा, "प्रशांत किशोर को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उनकी पार्टी और इस फाउंडेशन के बीच क्या संबंध है।" नीरज कुमार ने प्रशांत किशोर को 72 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा, "अगर 9 फरवरी तक प्रशांत किशोर इन सवालों के जवाब नहीं देते हैं, तो हम और बड़े खुलासे करेंगे।"

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