बदायूं, वाईबीएन नेटवर्क
बदायूं के रहने वाले युवक की दिल्ली में मौत हो गई। युवक की पत्नी को बेटा हुआ था, इसकी खबर सुनते ही वह अपने नवजात बच्चे को देखने आ रहा था, इसी दौरान दिल्ली में ही उसे अज्ञात वाहन ने रौंद दिया। हादसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे की सूचना मिलते ही परिजनों में चीख-पुकार मच गई। परिजन दिल्ली से शव लेकर गांव पहुंचे और शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
बिनावर थाना क्षेत्र के गांव खुनक निवासी 28 वर्षीय अर्जुन पाल दिल्ली में रहकर ऑटो रिक्शा चलाता था। उसकी पत्नी भी उसके साथ ही दिल्ली में ही रहती थी। कुछ दिन पहले पत्नी के गर्भवती होने की वजह से अर्जुन डिलीवरी के लिए उसको अपने गांव परिजनों के पास छोड गया। रविवार को प्रसव पीढा होने पर परिजनों अर्जुन की पत्नी को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसने एक बेटे को जन्म दिया। इसकी सूचना अर्जुन को दी गई तो वह अपने बच्चे को देखने के लिए घर आ रहा था। इसी दौरान दिल्ली में ही अज्ञात वाहन ने उसको कुचल दिया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
नए मेहमान आने की खुशी पल भर में मातम में बदली
घर में नया सदस्य आने की खुशी मनाई जा रही थी। घर के सभी सदस्य काफी खुश थे, इसी बीच रविवार की देर शाम ऐसी मनहूस खबर मिली कि खुशियां मातम में बदल गईं। हादसे की सूचना मिलते ही परिजनों में चीख पुकार मच गई। सोमवार की सुबह अर्जुन का शव गांव पहुंचा इसके बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया।
तीन बच्चों के सिर से उठ गया पिता का साया
अर्जुन के दो बच्चे पहले से थे। मासूम बच्चों के बीच तीसरा बच्चा हुआ तो इसकी खबर से अर्जुन काफी खुश था। उसने बेटे के नामकरण से लेकर अन्य कार्यक्रमों की रूपरेखा भी अपने मन में बना ली थी। मगर, उसे क्या पता था कि वह अपने तीसरे बच्चे का मुंह तक नहीं देख पाएगा। उसकी मौत के साथ ही तीनों बच्चों के सिर से पिता का साया भी उठ गया।