बदायूं, वाईबीएन नेटवर्क
बदायूं प्रदेश का पहला ऐसा जिला है जहां पर सरकारी राजस्व को हानि पहुंचाते हुए बिना रजिस्ट्रेशन के ई रिक्शा बेचे जा रहे थे। किसी तरह से इसकी जानकारी होने पर परिवहन विभाग के अधिकारियों ने छापेमारी की तो चौंकाने वाला सच सामने आया। बिना रजिस्ट्रेशन के ई रिक्शा बिकते मिले। इसके बाद ई रिक्शा बनाने वाली 11 कंपनियों को नोटिस जारी कर उनका स्पष्टीकरण मांगा गया है। इसके अलावा अलग-अलग एजेंसी से 70 ई रिक्शा जब्त किए गए। उनको सीज कर पुलिस लाइंस में लाया गया।
यह है शासनादेश
ई रिक्शा बिना रजिस्ट्रेशन के नहीं बेचे जा सकते हैं। कार्रवाई करने वाले परिवहन विभाग के पीटीओ रमेश चंद्र प्रजापति ने बताया कि किसी भी ई रिक्शा 25 किलोमीटर प्रति घंटा से ज्यादा स्पीड नहीं होनी चाहिए। कंपनी वालों की यह जिम्मेदारी होती है कि वह बेचे गए ई रिक्शा का रजिस्ट्रेशन परिवहन विभाग से जरूर कराएं।
अवैध तरीके से ई रिक्शा बनाने वाली कंपनियों को कार्रवाई की चेतावनी
तेज स्पीड और बिना रजिस्ट्रेशन ई रिक्शा बनाने वाली कंपनियों को पीटीओ ने दो टूक चेतावनी दी है। नोटिस में अब तक बेचे गए ई रिक्शा का ब्योरा मांगा गया है तो कंपनी संचालकों से कहा गया है कि भविष्य में अगर कोई ई रिक्शा बिना रजिस्ट्रेशन बेचा गया तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
टैक्स चोरी की होगी कंपनी वालों पर कार्रवाई
टैक्स चोरी कर अवैध तरीके से ई रिक्शा बेचने वाली कंपनियों पर टैक्स चोरी की भी कार्रवाई की जाएगी। पीटीओ रमेश चंद्र प्रजापति ने बताया कि अब तक अवैध तरीके से जितने ई रिक्शा बेचे गए हैं उनके हिसाब से टैक्स चोरी निर्धारित की जाएगी।