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दातागंज पुलिस की गिरफ्त में आरोपी कथित पत्रकार पिंटू दिवाकर Photograph: (self)
बदायूं, वाईबीएन नेटवर्क
बदायूं केी दातागंज कोतवाली क्षेत्र में निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेसवे पर काम करने वाले मजदूर की पत्नी को धमकाकर कथित पत्रकार ने कई बार दुष्कर्म किया। महिला की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी को छह घंटे के अंदर ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पूछताछ के बाद आरोपी कथित पत्रकार पिंटू को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
पत्रकारिता का रौब दिखाकर पिंटू ने लिया था एक्सप्रेसवे पर लेबर का ठेका
उसहैत थाना क्षेत्र के गांव तरसुरा निवासी पिंटू पुत्र मुन्नालाल हर किसी पर पत्रकारिता का रौब दिखाता है। उसने बाकायदा एक पूरा गैंग तैयार कर लिया है जिनको वह पत्रकार बनाकर गांवों से लेकर ब्लॉक मुख्यालय और जिला मुख्यालय तक भेजता है। बेहतर सूट बूट और फर्जी आइडी दिखाकर उसके गैंग के लोग अधिकारियों पर दबाव बनाते हैं। सबसे ज्यादा विकास भवन और लोक निर्माण विभाग, पावर कॉरपोरेशन में रिश्वतखोरों को वह निशाना बनाते हैं। इसी तरह से गंगा एक्सप्रेसवे के कुछ अधिकारियों पर दबाव बनाकर पिंटू ने लेबर का ठेका ले लिया। लेबर में दातागंज कोतवाली क्षेत्र के ही एक गांव का रहने वाला मजदूर काम करने लगा। वह अपने बच्चों को भी साथ रखता था। पिंटू की नजर उसकी पत्नी पर पडी तो वह उसके पति को जेल भिजवाने और पैसा न देकर काम से निकालने का दबाव बनाने लगा। इसी दबाव के चलते उसने कई बार महिला के साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद वह महिला पर उसके पति को छोडने का दबाव बनाने लगा। महिला ने काफी परेशान होकर यह बात अपने परिजनों को बताई तो परिजन उसे लेकर दातागंज कोतवाली पहुंचे। गुरूवार की रात एसएचओ गौरव विश्नोई ने पीडिता की पूरी बात सुनने के बाद आरोपी पिंटू के खिलाफ दुष्कर्म की धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए कुछ ही घंटे में उसको गिरफ्तार कर लिया।
उसहैत से लेकर दातागंज तक है कथित पत्रकार पिंटू की दहशत
दुष्कर्म के आरोप में जेल भेजे गए कथित पत्रकार पिंटू की दहशत उसहैत से लेकर दातागंज तक है।वह कहता घूमता था कि पुलिस में उसकी अच्छी बात है और पुलिस वाले उसको सलाम करते हैं। कुछ लोगों पर उसने बेवजह कार्रवाई भी करा दी तो लोग उसकी दहशत मानने लगे। इसके बाद ठगी के कई मामलों में उसका नाम आया, लेकिन उसके खिलाफ कार्रवाई की कोई हिम्मत नहीं जुटा पाता, इसलिए वह कानून की नजर से बचा हुआ था। अब उसपर कानूनी शिकंजा कसा गया तो उसके सताए लोगों ने राहत की सांस ली है।