Badaun: बच्चा चोर गिरोह में अब पुलिस की रडार पर निजी अस्पताल का पीआरओ करीम
बदायूं, वाईबीएन नेटवर्क
जिले में हुए बच्चा चोर गिरोह के खुलासे के बाद पुलिस ने गिरोह की सरगना बर्खास्त आशा कार्यकर्ता समेत छह गिरोह के छह सदस्यों को जेल भेज दिया। पुलिस की रडार पर अब निजी अस्पताल का पीआरओ बनकर जिला महिला अस्पताल में दलाली करने वाला करीम रडार पर आया है। पुलिस ने उसकी सभी गतिविधियों पर पैनी नजर रखनी शुरू कर दी है। उसके खिलाफ कुछ सबूत भी पुलिस के हाथ लगे हैं, माना जा रहा है कि जल्द ही वह सलाखों के पीछे होगा।
मीरा सराय रोड पर संचालित निजी नर्सिंग होम का पीआरओ है करीम
मीरा सराय रोड पर संचालित चर्चित नर्सिंग होम में कुछ दिनों पहले बच्चा चोरी होने का मामला सामने आया था। इस मामले में पुलिस ने आर्थिक समझौता कर नर्सिंग होम संचालक को छोड दिया था। इसके बाद मामला रफा-दफा हो गया, लेकिन गिरोह की सरगना बर्खास्त आशा कार्यकर्ता पर उस वक्त कार्रवाई की गई थी। इसी नर्सिंग होम के पीआरओ करीम का नाम उस वक्त भी चर्चा में आया था। अब बच्चा चोर गिरोह के छह सदस्य पकडे जाने के बाद वह अब दोबारा चर्चा में आया है।
बच्चा चोर गिरोह के खुलासे के बाद भूमिगत हुआ करीम
बच्चा चोर गिरोह के खुलासे के बाद निजी नर्सिंग होम का पीआरओ करीम भूमिगत हो गया है। इससे पहले वह दिन रात जिला महिला अस्पताल से अपने निजी अस्पताल को गर्भवती महिलाओं को ले जाने का कार्य करता था। मोटी कमाई के चलते वह अस्पताल स्टाफ में अपनी पैैठ बना चुका था, लेकिन बच्चा चोर गिरोह में शामिल होने की आशंका के बाद वह भूमिगत हो गया है। इससे वह पुलिस की नजर में और आ गया है।
जेल भेजे गए यशपाल उर्फ यश के साथ ही रहता था करीम
बच्चा चोर गिरोह में निजी अस्पताल का संचालक यशपाल उर्फ यश को जेल भेजा गया है। इसी के साथ करीम हर वक्त रहता था और कई निजी नर्सिंम होम में उसका नेटवर्क था। यशपाल के साथ नाम जुडने की वजह से वह और ज्यादा चर्चा में आ गया है।
माननीय का करीबी है बच्चा चोर गिरोह की सरगना बर्खास्त आशा का पति
बच्चा चोर गिरोह की सरगना बर्खास्त आशा कार्यकर्ता गायत्री का पति सुनील कुमार उर्फ बबलू निवासी मुहल्ला शिवपुरम हरी मस्जिद थाना सदर कोतवाली एक सत्ताधारी नेता का काफी करीबी है। वह सत्ताधारी नेता के ही साथ रहता है और अक्सर उसको कोठी पर देखा जाता है। बच्चा चोर गिरोह के खुलासे के बाद सत्ताधारी नेता भी चर्चा में आ गए हैं। हालांकि इस बार वह अपने करीबी की पत्नी को पुलिस की कार्रवाई से नहीं बचा सके।