बदायूं, वाईबीएन नेटवर्क
बदायूं के कुंवरगांव थाने के दारोगा और सिपाही ने तीन हजार रुपये लेकर गैर जमानतीय वारंटी को छोड दिया। करीब 15 साल से फरार चल रहे वारंटी को छोडे जाने की चर्चा अब जोरों पर है। हैरत की बात तो यह है कि यह मामला उजागर होने के बाद भी कार्रवाई नहीं की गई है। इससे पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं।
यह था मामला
कुंवरगांव थाना क्षेत्र के गांव बल्लिया निवासी महेंद्र कश्यप पर 15 साल पहले मारपीट समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था। मुकदमा दर्ज होने के बाद महेंद्र दिल्ली चला गया। इसके बाद वह तारीख पर नहीं आया। इस वजह से अदालत ने उसके गैर जमानतीय वारंट जारी कर दिए। कई बार वारंंट जारी होने के बाद भी वह अदालत में पेश नहीं हुआ। पुलिस जब भी उसके घर आती तो बता दिया जाता कि वह दिल्ली में रहता है। मगर, पुलिस उसको पकडने के लिए दिल्ली नहीं गई। बीते दिनों कोर्ट ने एक और गैर जमानतीय वारंट जारी कर पुलिस को निर्देश दिए कि हर हाल में महेंद्र को कोर्ट में पेश किया जाए। शनिवार को वह गांव बल्लिया में एक शादी समारोह में शामिल होने आया जिसका पता चलने पर हल्का दारोगा लोकेंद्र सिंह एक सिपाही के साथ गांव आया और उसको दबोच लिया। इसके बाद उसको थाने ले जाया जा रहा था, जहां रास्ते में गांव बनेई के पास उससे सौदेबाजी की गई। सौदा तय होने पर तीन हजार रुपये लेकर उसको छोड दिया गया।