Child thief gang: बदायूं में बर्खास्त आशा निकली बच्चा चोर गिरोह की सरगना, छह को जेल भेजा
बदायूं, वाईबीएन नेटवर्क
उसहैत थाना क्षेत्र में डेढ साल की बच्ची के अपहरण के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। यह गिरोह बच्चों को चोरी और अपहरण कर जरूरतमंद दंपतियों को बेचता था। हैरानी की बात तो यह है कि इस बच्चा चोर गिरोह की सरगना बर्खास्त आशा है। पुलिस ने इस पूरे गिरोह के छह सदस्यों को हिरासत में लेने के बाद जेल भेजा है। बच्ची को एक दिन पहले ही सकुशल बरामद कर लिया गया था।
जिला महिला अस्पताल से भी चोरी हुआ था नवजात
महिला जिला अस्पताल से लेकर कई निजी नर्सिंग होमों से किए गए थे बच्चे चोरी। बच्चा चोर गिरोह की सरगना बर्खास्त आशा कार्यकर्ता गायत्री का सबसे बडा ठिकाना जिला महिला अस्पताल ही है। वह निजी नर्सिंग होमों से भी बच्चा चोरी करा रही थी। करीब एक साल पहले भी उसपर निजी नर्सिंग होम से चोरी हुए बच्चे का मुकदमा लिखा गया था। गिरोह को चला रही थी। उसने अपने साथ दो अन्य महिलाओं को भी जोड लिया था, इसके अलावा निजी नर्सिंग होमों में कार्य करने वाले युवा भी अपने गिरोह में शामिल कर लिए थे। इस सनसनीखेज खुलासे के बाद सभी हैरत में पड गए हैं।
यह था बच्ची के अपहरण का मामला
उसहैत थाना क्षेत्र के गांव कडडी नगला के रहने वाले पुष्पेंंद्र की डेढ साल की बच्ची का छह मार्च को दिन दहाडे अपहरण हुआ था। पुष्पेंद्र की पत्नी उस वक्त सरकारी स्कूल में कपडे धुल रही थी और बाइक सवार उसकी बेटी को उठाकर ले गए। दिन दहाडे बच्ची के अपहरण की घटना के बाद पुलिस महकमा हरकत में आ गया। एसएसपी ने एसओजी के अलावा छह टीमों का गठन किया था। रविवार को पुलिस ने शेखूपुर गांव के पास से बच्ची को बरामद कर लिया। रात में मुठभेड के बाद तीन आरोपियों को पकड लिया।
डायपर बना वर्कआउट का आधार
बच्ची को जो डायपर पहनाया गया था उसको कोई पुरुष उस हिसाब से नहीं पहना पाता। डायपर से ही एसएसपी का दिमाग घूमा और उन्होंने पकडे गए तीनों युवकों से सच्चाई उगलवाई तो पता चला कि बर्खास्त आशा कार्यकर्ता गायत्री ही इस नेटवर्क की सरगना है। इसके बाद पुलिस ने पकडे गए आरोपी प्रधान पडौलिया का बेटा अमन पाल, गायत्री के करीबी यशपाल, सागर कुमार से पूछताछ के बाद गायत्री, छोटी और कुसुम को भी पकड लिया। सोमवार को सभी छह आरोपियों को जेल भेजा गया।