Corruption: उसावां में गरीब परिवार करता रहा सरकारी आवास का इंतजार, भरभराकर गिरा जर्जर मकान, सिस्टम पर फर्क नहीं
बदायूं, वाईबीएन नेटवर्क
उसावां कस्बे के वार्ड संख्या 11 की रहने वाली सावित्री पत्नी सत्यपाल ने जर्जर घर होने की वजह से प्रधानमंत्री आवासीय योजना के तहत आवास का आवेदन किया था। मगर, नगर पंचायल में व्याप्त भ्रष्टाचार की वजह से उसे आवास नहीं मिला। गरीबी से जूझ रहे सावित्री के परिवार को आवास मिलने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पुराने घर की मरम्मत कराने को बजट न होने की वजह से वह मरम्मत के अभाव में भरभराकर गिर गया। गनीमत रही कि उस वक्त घर में कोई मौजूद नहीं था सभी मेहनत-मजदूरी करने बाहर गए थे, नहीं तो बडा हादसा हो सकता था।
नगर पंचायत के चक्कर लगाती रही सावित्री, नहीं सुनी गई फरियाद
सावित्री सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए नगर पंचायत के चक्कर लगाती रही। पंचायत कर्मियों ने आवास स्वीकृत कराने के नाम पर उससे बीस हजार रुपये की डिमांड की, लेकिन गरीबी की मार की वजह से वह रिश्वत नहीं दे पाई। उसने ऑनलाइन आवेदन के बाद नगर पंचायत के सभी जिम्मेदारों से गुहार लगाई, लेकिन उसकी एक नहीं सुनी गई। उसकी बेबसी पर किसी ने भी तर्स नहीं खाया सभी सुविधा शुल्क मांगते रहे, इससे सावित्री का परिवार काफी आहत है।
छह महीने पहले किया था आवेदन
सावित्री ने बताया कि उसने आवास के लिए छह महीने पहले ही आवेदन किया था। उसको उम्मीद थी कि उसकी अर्जी पंचायत में मंजूर कर ली जाएगी, लेकिन कुछ भी हासिल नहीं हुआ।
खुले आसमान के नीचे आया गरीब परिवार
सवित्री देवी के मकान की छत गिरने की वजह से अब वह पूरा परिवार खुले आसमान के नीचे आ गया है। उसकी मदद के लिए अभी कोई आगे नहीं आया है। सावित्री का कहना है कि वह अपने परिवार के पालन पोषण के लिए अब मजदूरी करने बाहर जाएंगी, ताकि उनको किराए की छत मिल सके।