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प्रसूता की मौत के बाद मौके पर मौजूद लोग Photograph: (self)
Crime: बदायूं में अनट्रेंड डॉक्टर ने ऑपरेशन कर ले ली प्रसूता की जान, हॉस्पिटल सील, हिरासत में ऑपरेशन करने वाला
बदायूं में सर्जन बनकर प्राइवेट अस्पताल में ऑपरेशन कर एक सख्श ने प्रसूता की जान ले ली। ऑपरेशन के दौरान उसकी नस कटने से खून काफी मात्रा में बह गया, इससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने अस्पताल सील कर ऑपरेशन करने वाले को हिरासत में लिया है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है, इसके अलावा उसके नाम के आगे लिखी डिग्री की भी जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जानकारी दी है, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ने जांच तेज कर दी है। पुलिस ने प्रसूता के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
जिला महिला अस्पताल में सक्रिय दलाल ले गए थे अवैध अस्पताल
अलापुर इलाके के गांव उनौला के रहने वाले हरिसिंह की पत्नी रामवती को गुरूवार की सुबह प्रसब पीडा होने पर उसके परिजन उसको लेकर जिला महिला अस्पताल पहुंचे थे। उन्हाेंने महिला अस्पताल में उसके प्रसव की गुहार लगाई, लेकिन वहां पर सक्रिय दलालों ने रामवती के परिजनों को गुमराह कर अच्छी तरह से प्रसव कराने की बात कहते हुए अपने साथ ले गए। इसके बाद दलाली में मिलने वाली रकम वसूलने के बाद नौशेरा गांव के पास चल रहे अवैध अस्पताल में उसको भर्ती करा दिया। जहां बाहर से सर्जन बुलाने के नाम पर तीस हजार रुपये ठगे और अनट्रेंड व्यक्ति से उसका ऑपरेशन करा दिया। खून ज्यादा बहने की वजह से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस ने दौडकर पकडा कथित सर्जन
प्रसूता की मौत के बाद उसके परिजनों ने पुलिस के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम को सूचना दी। उसकी मौत की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची तब तक स्टाफ भाग चुका था, पुलिस ने भागते हुए ऑपरेशन करने वाले खुद को सर्जन बताने वाले नरेंद्र कुमार को पकड लिया। पुलिस उसको पकडकर सिविल लाइंस थाने ले गई, जहां उससे पूछताछ की जा रही है।
संभल में खुद का चलाता है अस्पताल
बदायूं: संभल का रहने वाला यह सख्श कुछ समय से जिले में सक्रिय है। वह खुद को एमबीबीएस, एमएस बताकर अपने विजिटिंग कार्ड अस्पतालों में बांट रहा है। उसने यहां पहला ही ऑपरेशन किया था और प्रसूता को मौत के घाट उतार दिया। वह सर्जन के साथ ही अपनी तैनाती राजकीय मेडिकल कॉलेज में भी बताता था, लेकिन मेडिकल कॉलेज में उसकी तैनाती के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं।
बिना बोर्ड के एक घर में ही चल रहा था अस्पताल
जिस अस्पताल में प्रसूता की मौत हुई है, वह पूरी तरह से अवैध रूप से संचालित था। उसपर किसी अस्पताल या डॉक्टर का बोर्ड नहीं लगा है। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल को सील कर दिया है। इस संबंध में सीओ शक्ति सिंह का कहना है कि मामले की जानकारी पर पुलिस को भेजा गया था, आरोपी हिरासत में है, वह खुद को सर्जन बताता है। तहरीर आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।