District Women's Hospital: महिला अस्पताल का गार्ड निजी अस्पतालों में करा रहा गर्भवतियों के प्रसव, फैला रहा भ्रष्टाचार
बदायूं, वाईबीएन नेटवर्क
जिला महिला अस्पताल में तैनात गार्ड रोहित कुमार जिला महिला अस्पताल आने वाली गर्भवतियों के प्रसव निजी अस्पतालों में करा रहा है। इससे यहां आने वालोें को सरकारी सेवाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इधर, यह गार्ड निजी अस्पतालों से मिलने वाली मोटी कमीशन के चलते अपना नेटवर्क बढाता जा रहा है, उसने यहां रेफरी गैंग भी तैयार कर लिया है। इस वजह से मरीजों पर आर्थिक भार बढ रहा है।
कई निजी अस्पतालों को सेवाएं दे रहा सरकारी गार्ड
जिला महिला अस्पताल में आने वाले मरीजों और तीमारदारों की सुरक्षा को लगाए गए गार्डों में रोहित का अलग ही सिक्का चल रहा है। वह यहां सरकारी सेवाएं देने के बजाए अपने निजी जरूरतों को पूरा करने के लिए इस तरह का खेल खेल रहा है। वह सुबह से शाम और रात में आने वाली गर्भवतियों को यहां भर्ती होने से पहले ही गेट से ही निजी अस्पतालों को भेज देता है।
कुछ ही समय में बदल गई लाइफ स्टाइल
जिला महिला अस्पताल का मामूली गार्ड रोहित को निजी अस्पतालों में सेवाएं देने के एवज में मोटी रकम मिलती है। कुछ ही समय में उसका नाम स्वास्थ्य महकमे में सुर्खियों में आ गया है। कुछ ही दिनों में उसकी वह लाइफ स्टाइल बदल चुकी है। वह अब बाइक से लग्जरी कार में घूमते दिख रहा है।
मुख्य गेट से लेकर लेबर रूम तक चलता है गार्ड का सिक्का
जिला महिला अस्पताल के गार्ड रोहित का अस्पताल के मुख्य गेट से लेकर जिला महिला अस्पताल के लेबर रूम तक सिक्का चलता है। वहां पर तैनात स्टाफ नर्स से लेकर डॉक्टरों तक उसकी गहरी पैठ है।इसी साठगांठ के चलते वह भर्ती मरीजों को भी बाहर ले जाता है।