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दातागंज तहसील सभागार में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में समस्याएं सुनतीं डीएम निधि श्रीवास्तव, एसएसपी डॉक्टर ब्रजेश सिंह। Photograph: (self)
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दातागंज तहसील सभागार में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में समस्याएं सुनतीं डीएम निधि श्रीवास्तव, एसएसपी डॉक्टर ब्रजेश सिंह। Photograph: (self)
दातागंज तहसील सभागार में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। समाधान दिवस में उस वक्त सन्नाटा छा गया जब डीएम ने लेखपालों को फटकार लगाई। कहा कि समाधान दिवस में भी वह बस्ता लेकर नहीं चलते। इससे लेखपालों के होश उड़ गए। इसके बाद वह बस्ता लेने को दौड़े। डीएम ने सभी को सख्त हिदायत दी कि जो भी लेखपाल बस्ता लेकर नहीं चलेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीएम की चेतावनी के बाद लेखपालों में खलबली है।
शनिवार को दातागंज तहसील सभागार में डीएम निधि श्रीवास्तव, एसएसपी डॉक्टर ब्रजेश सिंह की अध्यक्षता में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। संपूर्ण समाधान दिवस में सबसे ज्यादा जमीन संबंधी मामले आए। जमीन संबंधी मामलों के मौके पर ही निस्तारण के लिए डीएम ने जब लेखपालों से रिकार्ड मांगा तो उनके पास सरकारी बस्ता ही नहीं था। इस लापरवाही के सामने आने के बाद डीएम का पारा चढ़ा गया। इसके बाद डीएम ने सभी लेखपालों को जमकर लताड़ा।
दातागंज तहसील सभागार में लगे संपूर्ण समाधान दिवस में लेखपाल की कार्यशैली सभी के सामने आ गई। लेखपालों के बस्ता न लाने पर बड़ा सवाल तो यह है कि लेखपाल जब डीएम के सामने ही बस्ता लेकर नहीं पहुंचते हैं तो आम जनता के बीच वह किस तरह पहुंचते होंगे। बस्ता न होने की वजह से जमीन संबंधी विवादों का किस तरह से निस्तारण करते होंगे। इस तरह से सिस्टम की पोल खुलती जा रही है।