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कवि सम्मेलन में प्रख्यात कवि यश मालवीय को आचमन सम्मान देतीं डॉ. सोनरूपा विशाल Photograph: (self)
बदायूं, वाईबीएन नेटवर्क
बदायूं क्लब में आचमन फाउंडेशन की ओर से विशाल कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कवि सम्मेलन में देश भर से आए प्रख्यात कवियों ने अपनी रचनाएं पेशकर समा बांधा। श्रोताओं ने देर रात तक कवि सम्मेलन का आनंद उठाया। संस्था की ओर से कवियों को सम्मानित किया गया। दूर दराज से आए श्रोताओं ने कवियों की रचनाओं पर जमकर ताली बजाईं। हास्य कवियों ने सभी को ठहाके लगाने पर मजबूर किया।
मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्जवलित कर किया गया शुभारंभ
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सोमवार रात को बदायूं क्लब में आयोजित कवि सम्मेलन का शुभारंभ भाजपा नेताओं और प्रशासनिक अफसरों ने किया। मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया गया। शुभारंभ सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता, दातागंज विधायक राजीव कुमार सिंह, बिल्सी विधायक हरीश शाक्य, भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता, एसएसपी डॉ.ब्रजेश कुमार सिंह, एसपी सिटी अमित किशोर श्रीवास्तव, रूहेलखंड यूनीवर्सिटी के कुलसचिव संजीव कुमार सिंह ने किया। फाउंडेशन की संस्थापक डॉ. सोनरूपा विशाल ने सभी अतिथियों को पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया।
कवियत्री डॉ.सोनरूपा विशाल की पुस्तक सपनों से जब निकले हम का विमोचन
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कवि सम्मेलन के दौरान आचमन फाउंडेशन की संस्थापक वरिष्ठ कवियत्री डॉ. सोनरूपा विशाल की पुस्तक सपनों से जब निकलें हम का विमोचन किया गया। कवियों ने इस गजल संग्रह की जमकर सराहना की।
कार्यक्रम का आनंद उठाते श्रोता
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कवि सम्मेलन में जमकर भीड उमडी। श्रोताओं ने देर रात तक कार्यक्रम का आनंद उठाया। उनके साथ ही भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता, दातागंंज विधायक राजीव कुमार सिंह, भाजपा जिला महामंत्री शारदाकांंत पाठक उर्फ सीकू भैया, युवा भाजपा नेता अनुरोध गुप्ता कार्यक्रम के अंत तक मौजूद रहे।
डॉ. अक्षत अशेष ने बिल्सी विधायक को किया सम्मानित
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इन कवियों ने पेश कीं रचनाएं
सम्मान समारोह के बाद आयोजित कवि सम्मेलन में
गीतकार यश मालवीय की अध्यक्षता व डॉ. सोनरूपा के संचालन में हाथरस से आए प्रसिद्ध गीतकार डॉ. विष्णु सक्सेना,ग्वालियर से शायर मदन मोहन दानिश,लखीमपुर खीरी से ओज कवि आशीष 'अनल',भोपाल् से युवा कवयित्री शिवांगी प्रेरणा,बिसौली से शायर श्रीदत्त शर्मा,गया बिहार से कवयित्री सान्या राय एवं बाराबंकी से हास्य कवि विकास बौखल ने अपनी अविस्मरणीय प्रस्तुति से आयोजन को सार्थकता प्रदान की। कवियों की ज़ोरदार प्रस्तुति ने श्रोताओं को दाद पर दाद देने के लिए मजबूर कर दिया।
बिहार से आयीं सान्या राय ने अपने गहन गीतों और पुष्ट छन्दों से अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई -
लगाकर आग आशा की पुनः उसको बुझाने का।
कहो जिम्मा लिया है क्या हमारा दिल दुखाने का?
कोई जादू ,कोई टोना, या कोई यज्ञ, या पूजा,
कोई तो रास्ता होगा ना तुमको भूल जाने का?
बाराबंकी से आये विकास बौखल अपने चुटीले अंदाज़ और गुदगुदाने वाली हास्य कविताओं की अद्भुत प्रस्तुति देने के लिए जाने जाते हैं।
उन्होंने कहा-किसी खंजर से ना तलवार से जोड़ा जाए।
सारी दुनिया को चलो प्यार से जोड़ा जाए।
ये किसी शख्स को दोबारा ना मिलने पाए,
प्यार के रोग को आधार से जोड़ा जाए।
लखीमपुर के आशीष अनल ने अपनी ओजस्वी वाणी से कवि सम्मेलन में देशभक्ति की धारा प्रवाहित कर दी।उन्होंने कहा-ये तिरंगा द्रोपदी का चीर नहीं है
ये किसीके बाप की जागीर नहीं है
बदायूं के शायर श्रीदत्त शर्मा अपने सादा और सच्चे कहन के लिए जाने जाते हैं।उन्हें ख़ूब मन से सुना गया। उन्होंने कहा-आप चाहें तो रो नहीं पाएं।
आशिक़ी का यही तो रोना है।।
भोपाल की युवा कवयित्री शिवांगी प्रेरणा के शानदार गीतों और मुक्तकों को श्रोताओं ने ख़ूब पसंद किया। उन्होंने कहा -आज हृदय अंबर में मेरे उदय हुआ है गीत,ओ! मेरे मनमीत,सुन! मेरे मनमीत
भोपाल के संजीदा शायर मदन मोहन दानिश ने कहा कि ख़ामशी को मेरी दुआ समझो और जो बोल दूं हुआ समझो, सूखे पेड़ों पे जब तलक हैं परिंद उनको अंदर से तुम हरा समझो। कार्यक्रम संचालक डॉ.सोनरूपा विशाल ने कहा कि सपनों से जब निकले हम, सम्भले जैसे तैसे हम, दर्द मिला था कांटों से पहले थे फूलों से हम।
प्रख्यात कवि डॉ. विष्णु सक्सेना ने अपने चिर परिचित अंदाज़ से सबका ह्रदय जीत लिया। श्रृंगार के गीतों और मुक्तकों की लड़ी ने श्रोताओं को तालियां बजाने को मजबूर कर दिया। श्रोताओं की माग पर उन्होंने अपनी प्रसिद्ध कविताओं का पाठ किया। उन्होंने कहा-जो हाथ थाम लो वो फिर न छूटने पाये,प्यार की दौलतें कोई न लूटने पाये,जब भी छूलो बुलंदियां तो ध्यान ये रखना,ज़मीं से पांव का रिश्ता न टूटने पाये।
कवि सम्मेलन में यह रहे मौजूद
दीपमाला गोयल, अशोक भारती, गौरव गुप्ता गोल्डी, मंजुल शंखधार, डॉ. उपदेश शंखधार, सुभाष अग्रवाल, अनूप रस्तोगी, नितिन गुप्ता, शोभित वैश्य, शलभ वैश्य, दिवम विशाल, नितिन अग्रवाल, विष्णु गुप्ता, डॉ सीके जैन, डॉ.तन्मय रस्तोगी, डॉ. आशीर्वाद वशिष्ठ, कवि नरेंद्र गरल, डॉ.राम बहादुर व्यथित, कुलदीप अंगार, डॉ. कमला माहेश्वरी, अंजलि शर्मा, अंजू शर्मा, डॉ. शुभ्रा माहेश्वरी, डॉ. गायत्री प्रियदर्शनी, मधु राकेश, अभिषेक अनंत, अखिलेश ठाकुर, सरिता सिंह, रवींद्र मोहन सक्सेना, डॉ. अजीत पाल सिंह, सुधांशु शर्मा, हितेंद्र शंखधार, विजय मिश्रा, संजय आर्य, महाराज सिंह, राहुल चौबे, सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। आयोजन का सम्मान सत्र का संचालन डॉ. अक्षत अशेष और कवि सम्मेलन का संचालन डॉ. सोनरूपा विशाल ने किया।