बदायूं, वाईबीएन नेटवर्क
बदायूं की बेटी सिमरन ने जिले का गौरव बढ़ाया है, उनकी प्रतिभा को देखते हुए आईआईटी हैदराबाद ने उनके सम्मान में कार्यक्रम का आयोजन किया। सम्मान समारोह में सिमरन को सम्मानित किया गया। इसके साथ ही उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गई।
बदायूं की होनहार बेटी सिमरन ने अपनी असाधारण प्रतिभा से पूरे जिले का नाम रोशन किया है। सिमरन को आईआईटी हैदराबाद के 17वें स्थापना दिवस समारोह में 'शैक्षणिक उत्कृष्टता पुरस्कार'से सम्मानित किया गया। बुधवार को हुए सम्मान समारोह कार्यक्रम आईआईटी हैदराबाद के कन्वेंशन सेंटर में आयोजित हुआ, जिसमें देशभर के शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं को उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया।
अल्ज़ाइमर रोग पर महत्वपूर्ण शोध कर सिमरन ने दिलाई बदायूं को अलग पहचान
सिमरन को यह पुरस्कार उनके एमटेक शोध कार्य में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए मिला। उन्होंने कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग कर अल्ज़ाइमर रोग के प्रारंभिक चरण की पहचान पर महत्वपूर्ण शोध किया है। उनके अध्ययन में मशीन लर्निंग और मस्तिष्क इमेजिंग तकनीकों का उपयोग कर इस बीमारी के लक्षणों की पहचान की गई, जिससे समय रहते इलाज की संभावनाएं बढ़ सकें।
परिजनों समेत बदायूं में बेटी की कामयाबी पर हर्ष की लहर
बदायूं शहर के रेलवे क्रासिंग के पास की रहने वालीं सिमरन के पिता राजीव शर्मा कलेक्ट्रेट में सरकारी सेवा मे कार्यरत हैं,सिमरन की मां रेखा शर्मा ग्रहणी हैं। परिवार में उनके अलावा एक छोटा भाई और बहन भी है। उनकी कामयाबी से घर में हर्ष का माहौल है। सिमरन की इस उपलब्धि पर उनके माता-पिता ने कहा कि बेटी ने मेहनत और लगन से परिवार के साथ ही पूरे जिले का मान बढ़ाया है।
सम्मानित हुए देश के प्रतिष्ठित विद्वान
समारोह की अध्यक्षता आईआईटी हैदराबाद के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष डॉ. बीवी.आर. मोहन रेड्डी ने की। इस अवसर पर भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर अजय कुमार सूद मुख्य अतिथि थे। उन्होंने "टेकडे के लिए आगे का रास्ता: अवसर और चुनौतियाँ" विषय पर व्याख्यान भी दिया। मंच पर आईआईटी हैदराबाद के निदेशक प्रोफेसर. बीएस मूर्ति (अकादमिक), डीन (फैकल्टी), डीन (पूर्व छात्र एवं कॉरपोरेट संबंध), डीन (प्रशासन) सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे।