बदायूं, वाईबीएन नेटवर्क
बदायूं में चेकिंग के नाम पर यातयात पुलिस का एक सिपाही सिस्टम पर ही भारी है। वह टीआइ की आइडी से जहां चालान काट रहा है तो कानून का भय दिखाकर अवैध वसूली भी चल रही है। इससे पुलिस महकमे की कार्यशैली पर सवालिया निशान लग रहे हैं।
योगी सरकार जहां सभी विभागों से भ्रष्टाचार खत्म करने की दिशा में कार्य कर रही है, वहीं बदायूं में चेकिंग के नाम पर जमकर वसूली की जा रही है। वसूली भी कोई और नहीं बल्कि टीआइ का हमराह बनकर घूमने वाला एक सिपाही कर रहा है। सिपाही सुबह से शाम तक अपनी मनमर्जी से ही चेकिंग के नाम पर उगाही कर रहा है। उसकी लगातार शिकायतों के बाद भी जिम्मेदार कोई एक्शन नहीं ले रहे हैं।
टीआइ की जिप्सी से रौब दिखाता घूमता है सिपाही जितेंद्र सिंह
टीआइ के हमराह के रूप में कार्य करने वाला सिपाही जितेंद्र सिंह टीआइ की ही सरकारी जिप्सी से रौब दिखाता घूमता है। कई नेताओं का संरक्षण होने की वजह से वह पुलिस महकमे के अफसरों की भी नहीं सुनता है। हैरत की बात तो यह है कि जिस आइडी से चालान या वाहन सीज करने का जिम्मा सिर्फ टीआइ को है उस आइडी को एक सिपाही के हैंडओवर कर दिया गया है। सिपाही बाकायदा यातायात कर्मियों को जिप्सी में बैठाकर खुद टीआइ की हैसियत से चलता है और शहर में जगह-जगह चेकिंग शुरू कर देता है।
फोटो खींचकर देता है चालान की धमकी, वसूली के बाद सब रफा-दफा
टीआइ का हमराह जितेंद्र सिंह सबसे पहले वाहनों को रोकता है उसके बाद सीधा मोबाइल से फोटो खींचता है। फोटो खींचने के बाद मोटी धनराशि का चालान या वाहन सीज करने की धमकी देता है। चालान के जुर्माने से बचने के लिए बात हजार रुपये से शुरू होती है और पांच सौ में ही मामला रफा-दफा कर दिया जाता है।
पटेल चौक को बनाया शाम का ठिकाना
टीआइ का करीबी सिपाही जितेंद्र सिंह ने इन दिनों शाम के समय का ठिकाना बाईपास पर पटेल चौक बनाया है। चूंकि वह व्यस्तम चौक है इसलिए वह शाम को जिप्सी खडी कर वहां चेकिंग के नाम पर वसूली करता है। उसने वहां पर अपने ठेला, खोमचा चलाने वालों को भी भय दिखाकर अपने कब्जे में ले लिया है।