नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क । 2 मई 2025 को भारतीय शेयर बाजार ने शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें बैंकिंग और मेटल सेक्टर के शेयर्स ने बढ़त बनाई। बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी दोनों ने नए उच्चस्तर को छुआ, जिससे निवेशकों के चेहरे खिल उठे। बाजार की यह तेजी वैश्विक और घरेलू सकारात्मक संकेतों के बीच देखने को मिली।
सेंसेक्स और निफ्टी ने बनाए नए कीर्तिमान
बीएसई सेंसेक्स ने 750 अंकों की छलांग लगाकर 75,850 के नए रिकॉर्ड स्तर को पार किया। वहीं, एनएसई निफ्टी भी 23,100 के ऊपर बंद हुआ, जो एक ऐतिहासिक उपलब्धि रही। बाजार में इस तेजी का मुख्य कारण बैंकिंग और मेटल सेक्टर में मजबूती रही। एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई और टाटा स्टील जैसे प्रमुख शेयर्स ने 3-5% तक की बढ़त दर्ज की।
बैंकिंग और मेटल सेक्टर में धमाकेदार रैली
बैंकिंग इंडेक्स (बैंक निफ्टी) ने 2% से अधिक की वृद्धि दिखाई, जबकि मेटल इंडेक्स भी 4% उछला। विश्लेषकों के अनुसार, केंद्र सरकार की बुनियादी ढांचा योजनाओं और वैश्विक मांग में वृद्धि के कारण मेटल कंपनियों के प्रदर्शन में सुधार हुआ। वहीं, बैंकिंग शेयर्स को ब्याज दरों में स्थिरता और कर्ज वृद्धि के आशावादी आंकड़ों से सहारा मिला।
एफआईआई और डीआईआई का बढ़ता निवेश
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने लगातार दूसरे हफ्ते भारतीय बाजारों में खरीदारी जारी रखी। मई के पहले दो दिनों में ही उन्होंने 2,500 करोड़ रुपये से अधिक की शुद्ध खरीदारी की। इसके अलावा, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने भी 1,800 करोड़ रुपये का निवेश किया, जिससे बाजार को और मजबूती मिली।
क्या आगे भी जारी रहेगी तेजी?
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार की स्थिर आर्थिक नीतियां, कॉर्पोरेट कमाई में वृद्धि और वैश्विक बाजारों में सुधार के कारण भारतीय शेयर बाजार में तेजी का रुख बना रह सकता है। हालांकि, कुछ विश्लेषकों ने मुनाफावसूली की आशंका भी जताई है, क्योंकि बाजार पहले ही काफी ऊंचाई पर पहुंच चुका है।
छोटे निवेशकों के लिए सलाह
एनालिस्ट्स का सुझाव है कि निवेशकों को लंबी अवधि के लिए अच्छी फंडामेंटल वाली कंपनियों में निवेश करना चाहिए। साथ ही, बाजार में उतार-चढ़ाव को देखते हुए डायवर्सिफिकेशन (विभिन्न सेक्टर्स में निवेश) और स्टॉप-लॉस स्ट्रैटेजी का पालन करना चाहिए।
2 मई 2025 को भारतीय शेयर बाजार ने बैंकिंग और मेटल शेयर्स की अगुआई में शानदार प्रदर्शन किया। सेंसेक्स और निफ्टी के नए रिकॉर्ड ने निवेशकों का विश्वास बढ़ाया है। हालांकि, बाजार में मुनाफावसूली की संभावना को देखते हुए सतर्क रहने की जरूरत है। अगले कुछ दिनों में कॉर्पोरेट नतीजे और वैश्विक बाजारों का रुख भारतीय बाजार की दिशा तय करेगा। share market | today share market news |
(यह समाचार सामान्य जानकारी पर आधारित है। निवेश से पहले किसी वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।)