नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । सरकार ने अब सोने की तस्करी और चोरी-छिपे आयात पर लगाम लगाने के लिए बड़ा फैसला लिया है। अब कुछ खास कीमती धातु मिश्रणों (Precious Metal Alloys) के आयात पर सख्त पाबंदियां लगा दी गई हैं, जो अब तक सोने के नाम पर भारत लाए जा रहे थे। केंद्र सरकार ने आज शुक्रवार 20 जून को यह जानकारी साझा की। बता दें कि यह फैसला न सिर्फ देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा, बल्कि तस्करी जैसे काले धंधों पर भी ताला लगाएगा।
सरकार ने एक और बड़ा और जरूरी आर्थिक फैसला लिया है। अब तक चुपचाप सोने की आड़ में भारत लाए जा रहे कुछ कीमती धातु मिश्रणों पर अब सरकार ने आयात नियंत्रण (Import Restrictions) लगा दिए हैं। यानी, अब बिना सरकारी मंजूरी के इन खास मिश्रणों को भारत नहीं लाया जा सकेगा।
यह कदम इसलिए जरूरी हो गया था क्योंकि कुछ आयातक सोने के रूप में अन्य कीमती धातुओं का आयात कर रहे थे, ताकि वह सीमा शुल्क और टैक्स से बच सकें। लेकिन सरकार की कड़ी नजर इस पर पड़ी और अब इस रास्ते को बंद कर दिया गया है।
क्या है सरकार का नया आदेश?
नए आदेश के मुताबिक, सरकार ने ऐसे मिश्रणों को ‘Restricted Category’ में डाल दिया है जिनमें सोना मौजूद होता है और जो सोने जैसे ही दिखते हैं, लेकिन असल में उन्हें दूसरे कामों के लिए दिखाकर सस्ते में आयात किया जा रहा था।
अब से इन वस्तुओं को आयात करने के लिए डीजीएफटी (DGFT - Directorate General of Foreign Trade) से विशेष अनुमति लेनी होगी। यह आदेश तुरंत प्रभाव से लागू कर दिया गया है।
भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोने का आयातक देश है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से सरकार देख रही थी कि कुछ व्यापारी सोने की आड़ में कीमती धातुओं के मिश्रण (Alloys) लाकर उसकी तस्करी और गलत तरीके से बिक्री कर रहे हैं।
इन मिश्रणों में सोने की मात्रा इतनी कम होती थी कि सीधे सोने के आयात पर लगे नियम-कानून उन पर लागू नहीं हो पाते थे। इससे देश के राजस्व को भारी नुकसान हो रहा था और साथ ही काले धन का रास्ता भी खुला हुआ था।
अर्थव्यवस्था और करदाताओं के लिए राहत
इस फैसले से दो बड़े फायदे होंगे —
- राजस्व में बढ़ोतरी होगी क्योंकि अब ऐसे तस्करी के रास्ते बंद होंगे।
- सोने की असली मांग और आपूर्ति का ट्रैक सरकार रख पाएगी, जिससे मौद्रिक नीति (Monetary Policy) में मदद मिलेगी।
- यह भी माना जा रहा है कि इस कदम से सोने की कीमतों में स्थिरता आएगी, क्योंकि अनाधिकृत रूप से बाजार में आ रहे मिश्रण अब रुक जाएंगे।
किन धातुओं पर लगा है प्रतिबंध?
विशेष रूप से जिन मिश्रणों में सोने के साथ-साथ अन्य कीमती धातु जैसे चांदी, प्लेटिनम आदि की उपस्थिति होती है, और जिन्हें अब तक औद्योगिक कामों के नाम पर आयात किया जाता था, उन पर यह प्रतिबंध लगाया गया है।
भारत सरकार ने जिन धातुओं के मिश्रणों पर हाल ही में प्रतिबंध लगाया है, उनमें मुख्य रूप से निम्न शामिल हैं:
प्रतिबंधित धातु मिश्रण (Alloy Restrictions):
- सोना (Gold)
- चांदी (Silver)
- प्लैटिनम (Platinum)
- पैलेडियम (Palladium)
- रोडियम (Rhodium)
- इरिडियम (Iridium)
- ऑस्मियम (Osmium)
- रुथेनियम (Ruthenium)
प्रतिबंध किन वस्तुओं पर है?
ऐसे मिश्रधातु (alloys) या कीमती धातुओं के मिश्रण, जिनमें उपरोक्त धातुएं शामिल हैं।
जिन्हें अब तक औद्योगिक उपयोग के नाम पर आयात किया जाता था, लेकिन वे असल में ज्वेलरी या निवेश के लिए इस्तेमाल हो रहे थे।
- Gold alloy with Platinum
- Silver mixed with Palladium
- Industrial-use declared Rhodium-Gold mixture, आदि।
इस फैसले का उद्देश्य
कीमती धातुओं की तस्करी और कर चोरी को रोकना।
जेम्स एंड ज्वेलरी सेक्टर में पारदर्शिता लाना।
क्या यह आम लोगों पर असर डालेगा?
सरकार का कहना है कि यह फैसला आम ग्राहकों या वैध ज्वेलरी कारोबारियों पर कोई असर नहीं डालेगा। यह केवल उन चालाक आयातकों और बिचौलियों के लिए चेतावनी है जो सिस्टम को चकमा दे रहे थे।
यह फैसला मोदी सरकार के उस विजन का हिस्सा है, जिसमें आर्थिक सुरक्षा और पारदर्शिता को सबसे ऊपर रखा गया है। मेक इन इंडिया और स्वच्छ व्यापार की सोच को भी यह फैसला मजबूती देगा।
क्या सरकार का यह फैसला तस्करी पर रोक लगाने के लिए काफी है? क्या इससे सोने की कीमतों पर फर्क पड़ेगा? आप अपनी राय नीचे कमेंट में ज़रूर बताएं — आपकी एक टिप्पणी सैकड़ों पाठकों को सोचने पर मजबूर कर सकती है!
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