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Harsh Goenka ने Work Culture को लेकर कहा वर्क स्‍मार्ट नॉट स्‍लेव

भारत मेंं वर्क कल्‍चर को लेकर लगाातर बहस हो रही है कि कितने घंटे काम करना चाहिए। हाल ही में एलएनटी के प्रमुख सुब्रमण्यम ने कहा था कि कामगार लोगों को हफ्ते में 90 घंटे काम करना चाहिए।

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Suraj Kumar
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work culture Photograph: (Google)

नईदिल्‍ली,वाईबीएन नेटवर्क।

कामगारों को कितने घंटे काम करना चाहिए इस पर लगातार बहस हो रही है। कुछ ही दिन पहले L & T के चेयरमैन सुब्रमण्यम ने हफ्ते में 90 घंटे काम करने की वकालत की थी। और कहा था कि लोगों को संडे को भी काम करना चाहिए। घर पर बैठ कर अपनी पत्नियों को कब तक देखते रहोगे।’ सुब्रमण्यम के इस बयान पर अनेक लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त की हैं।


मशहूर उद्योगपति और RPG (The Rama prasad Goenka Group) के प्रमुख हर्ष गोयनका ने अपने एक्स अकाउंट पर एक वीडियो पोस्‍ट की है जिसमें वे लोगों को कितने घंटे काम करना चाहिए उसके बारे में बात कर रहे हैं। गोयनका ने कहा कि ‘ मैं वर्क हार्ड और स्‍मार्ट वर्क में विश्‍वास करता हूँ, ऑफिस में लगातार काम करने से सफलता नहीं मिलती है। बिजनेस मैंन ने आगे कहा कि स्‍मार्ट वर्क करो, गुलामी नहींऔर अगर संडे को भी काम करना है तो संडे का नाम बदलकर सनड्यूटी कर देना चाहिए।

कैपीटल इंडिया के फाउंडर और सीईओ दीपक शेनॉय ने वर्क कल्‍चर पर जारी बहस को लेकर ट्विटर पर एक पोस्‍ट शेयर कर अपनी राय रखी। उन्‍होंने ने कहा कि एक उद्पयोति होने के नाते मैंने हफ्ते में 100 घंटे भी काम किया है। लेकिन आप लोगों पर काम को लेकर दवाब नहीं डाल सकते हैं। ऑफिस में सही मायने में काम 4 से 5 दिन ही होता है और प्रोडक्‍टविटी अधिक काम करने से नहीं आती बल्कि इंटेंसिटी से आती है। 

भारत और विश्‍व में काम करने को लेकर क्‍या हैं नियम

  • Employee Laws in India के मुताबिक भारत में कामकाज प्रतिदिन 12 घंटे और हफ्ते में अधिकतम 48 घंटे तय है और वह भी बिना ओवरटाइम। इसमें ब्रेक भी शामिल है।
  • यूएसए के फेयर लेबर स्‍टैंडर्ड्स के मुताबिक लोगों को हफ्ते में 40 घंटे काम करना चाहिए और ओवर टाइम वर्क करने पर नियत वेतन से 1.5 गुना पारिश्रमिक मिलना चाहिए। वहीं यूरोपीय संघ ने हफ्ते में 48 घंटे काम करने की सीमा तय की है।

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