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"महंगाई कम होने से आम आदमी को क्या फायदा? जानिए — RBI गवर्नर की बड़ी घोषणाएं और आगे की रणनीति"

RBI ने वित्त वर्ष 2026 के लिए महंगाई दर का अनुमान घटाकर 3.1% किया, जो पहले 3.7% था। यह आम आदमी के लिए राहत की खबर है। हालांकि, कोर महंगाई 4% से ऊपर रह सकती है, जो एक चिंता का विषय है।

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Ajit Kumar Pandey

"महंगाई कम होने से आम आदमी को क्या फायदा? जानिए — RBI गवर्नर की बड़ी घोषणाएं और आगे की रणनीति" | यंग भारत न्यूज Photograph: (Google)

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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । आज बुधवार 6 अगस्त 2025 को भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने घोषणा की है कि वित्त वर्ष 2026 में मुद्रास्फीति 3.1% रहने का अनुमान है, जो पहले के 3.7% के अनुमान से कम है। उन्होंने यह भी बताया कि 2025-26 की चौथी तिमाही में सीपीआई मुद्रास्फीति 4% से ऊपर जा सकती है। इसके अलावा, कोर मुद्रास्फीति साल भर 4% से थोड़ा ऊपर रहने की संभावना है।

इन आर्थिक अनुमानों का आपके रोजमर्रा के जीवन, बचत और निवेश पर क्या असर पड़ेगा, इसकी गहराई से पड़ताल करने वाली एक आकर्षक और SEO-अनुकूल न्यूज़ स्टोरी नीचे दी गई है। इस स्टोरी में यह भी बताया जाएगा कि कैसे यह खबर सरकार और आम जनता दोनों के लिए महत्वपूर्ण है।

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में देश की अर्थव्यवस्था को लेकर एक बड़ी और राहत भरी खबर दी है। RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने घोषणा की है कि वित्त वर्ष 2026 में महंगाई दर 3.1% तक गिर सकती है। यह पहले के 3.7% के अनुमान से काफी कम है। यह खबर हर उस व्यक्ति के लिए खास है जो अपने घर का बजट बनाता है, बचत करता है या निवेश करने की सोच रहा है। सवाल यह है कि आखिर इस खबर का हम जैसे आम लोगों पर क्या असर होगा?

RBI की भविष्यवाणी: महंगाई से मिलेगी राहत या चिंता बढ़ेगी?

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RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा है कि वित्त वर्ष 2026 में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) पर आधारित महंगाई दर 3.1% रहने की उम्मीद है। यह पहले के अनुमान से 0.6% की बड़ी गिरावट है, जो एक सकारात्मक संकेत है। इसका सीधा मतलब यह है कि आने वाले समय में आपको रोजमर्रा की चीजों जैसे खाने-पीने का सामान, पेट्रोल, और बाकी जरूरी चीजों के लिए कम खर्च करना पड़ेगा। लेकिन, क्या यह राहत हमेशा रहेगी?

गवर्नर ने साथ ही एक और महत्वपूर्ण बात बताई कि 2025-26 की चौथी तिमाही में सीपीआई मुद्रास्फीति 4% से ऊपर जा सकती है। इसके अलावा, कोर महंगाई (खाने-पीने और ईंधन की चीजों को छोड़कर) साल भर 4% से थोड़ा ऊपर रह सकती है। यह जानकारी हमें बताती है कि हमें पूरी तरह से बेफिक्र नहीं होना चाहिए, बल्कि आने वाले समय के लिए भी तैयार रहना होगा।

यह समझना जरूरी है कि RBI की महंगाई पर यह भविष्यवाणी क्यों इतनी अहम है। RBI देश की मौद्रिक नीति तय करता है। जब महंगाई कम होती है, तो RBI ब्याज दरें कम कर सकता है। अगर ऐसा हुआ तो क्या होगा?

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आपके लिए लोन सस्ता होगा: होम लोन, कार लोन या पर्सनल लोन जैसे सभी तरह के कर्ज पर ब्याज दरें कम हो सकती हैं। इससे EMI कम हो जाएगी और आपकी जेब पर बोझ हल्का होगा।

निवेश के अवसर बढ़ेंगे: कम ब्याज दरें कंपनियों को निवेश के लिए प्रोत्साहित करती हैं, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होते हैं।

बचत पर असर: अगर महंगाई दर 3.1% पर बनी रहती है और बैंक FD पर इससे ज्यादा ब्याज देते हैं, तो आपकी बचत की असली कीमत बढ़ेगी।

आम आदमी की जेब और RBI का महंगाई पर नजरिया

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हर परिवार के लिए सबसे बड़ी चुनौती महंगाई को मात देना होता है। जब कीमतें तेजी से बढ़ती हैं, तो हमारी खरीदने की क्षमता घट जाती है। RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा का यह बयान कि महंगाई कम होगी, एक बड़ी उम्मीद जगाता है।

लेकिन, हमें कुछ बातों का रखना होगा ध्यान 

स्थिरता जरूरी है: महंगाई का सिर्फ कम होना ही काफी नहीं है, बल्कि उसका स्थिर रहना भी जरूरी है। यदि महंगाई बार-बार ऊपर-नीचे होती है, तो यह आर्थिक अनिश्चितता पैदा करती है।

अंतर्राष्ट्रीय बाजार का प्रभाव: कच्चे तेल की कीमतें या वैश्विक सप्लाई चेन में कोई भी दिक्कत भारत में महंगाई को बढ़ा सकती है।

सरकारी नीतियां: सरकार की नीतियां भी महंगाई को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाती हैं।

यह भी ध्यान देने वाली बात है कि कोर महंगाई का 4% से ऊपर रहना एक चिंता का विषय है। इसका मतलब है कि जरूरी चीजों की कीमतें अभी भी बढ़ सकती हैं, भले ही खाद्य वस्तुओं की कीमतें स्थिर हों। इसलिए, हमें अपनी वित्तीय योजना बनाते समय इस पहलू को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

आपको हमको अब क्या क्या करना चाहिए?

RBI की इस भविष्यवाणी के बाद आपको अपनी वित्तीय रणनीति पर फिर से विचार करना चाहिए।

लोन चुकाने की योजना: अगर आपने ज्यादा ब्याज दर पर लोन लिया है, तो कम ब्याज दरों का इंतजार करें और रीफाइनेंसिंग पर विचार करें।

निवेश का सही चुनाव: कम महंगाई के माहौल में इक्विटी या म्यूचुअल फंड जैसे निवेश बेहतर रिटर्न दे सकते हैं।

बचत पर ध्यान: हमेशा कुछ पैसा आपातकालीन स्थिति के लिए बचाकर रखें। महंगाई चाहे जितनी भी हो, एक मजबूत बचत हमेशा काम आती है।

RBI की महंगाई पर यह रिपोर्ट न केवल आर्थिक जगत के लिए, बल्कि हम सभी के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है। यह हमें बताता है कि देश की अर्थव्यवस्था सही दिशा में बढ़ रही है, लेकिन हमें अपनी व्यक्तिगत वित्तीय योजनाओं को भी उसी के अनुसार ढालना होगा।

Inflation Relief 2025 | RBI Governor Updates | Aam Aadmi Ki Baat | Mahangai Se Raahat 

Inflation Relief 2025 RBI Governor Updates Aam Aadmi Ki Baat Mahangai Se Raahat
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