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Stock Market में निवेशकों का 7 लाख करोड़ स्वाहा, टूट गया 28 साल का रिकॉर्ड

Stock Market में हफ्ते आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार न केवल बुुरी खबर लेकर आया बल्कि निवेशकों के 7 लाख करोड़ रूपए भी डूब गए। साथ ही 28 साल पुराना रिकॉर्ड भी टूट गया।

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YBN News
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नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क ।

स्टॉक मार्केट में हफ्ते का आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार न केवल बुुरी खबर लेकर आया बल्कि निवेशकों के 7 लाख करोड़ रुपये भी डूब गए। साथ ही 28 साल पुराना रिकॉर्ड भी टूट गया, क्योंकि साल 1996 के बाद 2025 में यह पहला मौका है जब लगातार 5 महीने से शेयर बाजार में भारी गिरावट जारी है। 

अमेरिका के बाजार में चिप बनाने वाली कंपनी Nvidia के शेयरों में गिरावट के बाद, Nifty IT इंडेक्स के शेयर शुरुआती कारोबार में 4% तक गिर गए। Persistent Systems, Tech Mahindra और Mphasis के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई। IT कंपनियों के लिए दिन अच्छा नहीं रहा। Nifty ऑटो इंडेक्स भी 2% से ज्यादा नीचे खुला। बैंकिंग, मेटल, फार्मा, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और ऑयल एंड गैस सेक्टर के इंडेक्स भी 1-2% तक नीचे कारोबार कर रहे है। लगभग हर सेक्टर में गिरावट देखने को मिली। शेयर मार्केट में आज गिरावट के कई कारण हैं।

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ट्रंप के टैरिफ पर बाजार में हाहाकार

ट्रंप ने गुरुवार को घोषणा की कि कनाडा और मेक्सिको से आयात पर 25% शुल्क 4 अप्रैल के बजाय 4 मार्च से लागू होगा। इसके अतिरिक्त उन्होंने चीनी सामानों पर 10% शुल्क लगाया और यूरोपीय संघ से शिपमेंट पर 25% टैरिफ के अपने वादे को दोहराया। व्यापार नीतियों को लेकर यह अनिश्चितता बाजार में उतार-चढ़ाव का कारण बनी है।

लगातार 5 महीने से शेयर बाजार में गिरावट

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बता दें कि शेयर बाजार के निवेशक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नए टैरिफ बयानों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। साथ ही, GDP के आंकड़ों का भी इंतजार था। सुबह 10.00 बजे बीएसई सेंसेक्स 1000 अंक यानी 1.34% गिरकर 73,602 पर था। Nifty50 भी 273 अंक यानी 1.21% की गिरावट के साथ 22,271 पर कारोबार कर रहा था। इस गिरावट से बीएसई लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 7.16 लाख करोड़ रुपये घटकर 385.94 लाख करोड़ रुपये रह गया। लगातार पांचवें महीने शेयर मार्केट में गिरावट आई है। 1996 के बाद यह पहला मौका है जब लगातार पांच महीने शेयर मार्केट में गिरावट आई है।

अर्थशात्रियों के एक पोल से मिले यह संकेत

धीमी आर्थिक वृद्धि, कमजोर कमाई, ट्रंप की टैरिफ नीतियां और विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली ने बेंचमार्क को सितंबर के अंत के उच्चतम स्तर से 14% नीचे खींच लिया है। इस बीच निवेशक शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद जारी होने वाले दिसंबर तिमाही के GDP आंकड़ों पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। अर्थशास्त्रियों के एक पोल से पता चलता है कि भारत की अर्थव्यवस्था इस तिमाही के दौरान वापस उछाल ले सकती है।

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एशियाई शेयरों पर भारी दबाव

अधिकांश एशियाई बाजार शुक्रवार को गिरावट के साथ बंद हुए। MSCI Asia Ex-Japan इंडेक्स 1.21% गिर गया। यह गिरावट अमेरिकी बाजार में चिप निर्माता कंपनी Nvidia के शेयरों में भारी गिरावट के बाद आई है। Nvidia की कमाई रिपोर्ट पर निवेशकों की नकारात्मक प्रतिक्रिया के कारण प्रौद्योगिकी शेयरों पर और दबाव आया। इससे AI से चलने वाले शेयरों में बिकवाली हुई, जिसमें अन्य "Magnificent Seven" मेगा-कैप कंपनियां भी शामिल हैं। Nifty IT इंडेक्स 3.2% गिर गया, जिसमें Persistent Systems, Tech Mahindra और Mphasis शीर्ष पर रहे, जिनमें 4.5% तक की गिरावट आई।

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