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India बना चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, शेयर बाजार ने दिखाई चमक

भारत अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। इसके साथ ही Nifty 25,000 और Sensex 82,000 के पार निकल गया। बाजार में तेजी निवेशकों के भरोसे का संकेत है। क्या भारत अब निवेश के लिए सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बन चुका है?

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Ajit Kumar Pandey
SHARE MARKET 26 MAY 2025
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । Nifty ने पार किया 25,000 का आंकड़ा, Sensex में रिकॉर्ड तेजी। अर्थव्यवस्था में बड़ी छलांग के साथ बाजार ने दिया ज़बरदस्त रिस्पॉन्स। भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में टॉप-4 में शामिल, निवेशकों में जोश। मात्र सेकंडों में सेंसेक्स ने लगाई 625 अंकों की छलांग। आर्थिक मोर्चे पर भारत की ताकत का दिखा असर बाजार पर भी। 

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भारत बनी 4th इकोनॉमी, शेयर बाजार में ऐतिहासिक उछाल

भारत अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और इस बड़ी छलांग का सीधा असर शेयर बाजार पर दिखाई दिया। सेंसेक्स 625 अंकों की तेजी के साथ 82,357 पर पहुंच गया जबकि Nifty पहली बार 25,000 के पार निकल गया। यह आर्थिक मजबूती का बड़ा संकेत है।

भारत ने वैश्विक अर्थव्यवस्था की दौड़ में एक और ऐतिहासिक मुकाम हासिल कर लिया है। अंतरराष्ट्रीय आंकड़ों के अनुसार, भारत अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन चुका है, और इसका असर सीधे शेयर बाजार पर भी देखने को मिला है।

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Nifty ने पहली बार पार किया 25,000 का लेवल

बाजार खुलते ही निवेशकों में जोश साफ नजर आया। Nifty ने शुरुआती मिनटों में ही 25,000 का ऐतिहासिक आंकड़ा पार कर लिया, जो एक सकारात्मक संकेत है कि भारत की आर्थिक प्रगति को बाजार पूरा समर्थन दे रहा है।

Sensex में रिकॉर्ड तेजी, 625 अंकों की छलांग

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सेंसेक्स ने जबरदस्त शुरुआत की और 81,928.95 पर खुलने के बाद कुछ ही सेकंड्स में 625 अंकों की छलांग लगाकर 82,357.27 पर ट्रेड करने लगा। यह भारतीय अर्थव्यवस्था में बढ़ते भरोसे और विदेशी निवेशकों की रुचि का प्रमाण है।

अर्थव्यवस्था में मजबूती का संकेत

विशेषज्ञों के अनुसार, भारत की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना केवल एक आंकड़ा नहीं बल्कि निवेशकों, इंडस्ट्री और आम जनता के लिए आत्मविश्वास का नया स्रोत है। इससे भारत की क्रेडिट रेटिंग, विदेशी निवेश और रोजगार के अवसरों में सुधार की उम्मीद है।

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रिजर्व बैंक की नीतियों का असर

इस आर्थिक उपलब्धि के पीछे सरकार की आर्थिक सुधार नीतियां, रिजर्व बैंक की स्थिर मॉनेटरी पॉलिसी और बुनियादी ढांचे में निवेश जैसे कदम अहम माने जा रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत अब सिर्फ उभरती नहीं, बल्कि स्थापित होती हुई वैश्विक शक्ति है।

क्या अब शेयर बाजार में आएगा नया बूम?

इस ऐतिहासिक रिकॉर्ड के बाद अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या भारत का शेयर बाजार अब लंबे समय तक तेज़ी में रहेगा? जानकारों का कहना है कि अगर घरेलू मांग और निवेश दर यूं ही बनी रही, तो Nifty जल्द ही 26,000 और Sensex 83,000 को भी छू सकता है।

क्या आपको लगता है कि भारत की आर्थिक रफ्तार यूं ही बनी रहेगी? अपनी राय नीचे कमेंट में जरूर दें। 

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