नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
स्टॉक मार्केट में खुद को "शे वुल्फ" और "ऑप्शंस क्वीन" बताने वाली अस्मिता पटेल पर सेबी (SEBI) ने बड़ा एक्शन लिया है। सेबी (SEBI) ने अस्मिता और उनकी कंपनी अस्मिता पटेल ग्लोबल स्कूल ऑफ ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ जो रेड की है उससे अस्मिता और उनकी कंपनी के कई फर्जी दावे बेनकाब हो गए है। उनका ₹140 करोड़ का पोर्टफोलियो मैनेज करने का दावा झूठा निकला, जबकि उनकी असली ट्रेडिंग प्रॉफिट सिर्फ ₹12.28 लाख थी। सेबी ने उनसे ₹54 करोड़ जब्त कर लिए हैं और ₹104.6 करोड़ की जांच जारी है।
झूठे निकले दावे
अस्मिता पटेल ग्लोबल स्कूल ऑफ ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड और इसकी निदेशक अस्मिता पटेल ने ट्रेडिंग कोर्स के जरिए छात्रों को 300% तक का रिटर्न देने का दावा किया था। साथ ही उन्होंने दावा किया था कि उन्होंने 140 करोड़ का पोर्टफोलियो मैनेज किया है। हालांकि अब उनके सभी दावे झूठे साबित हुए है। जांच में खुलासा हुआ कि चार साल में उनकी असली ट्रेडिंग प्रॉफिट सिर्फ ₹12.28 लाख थी। सेबी की जांच में पाया गया कि अस्मिता पटेल ने ₹140 करोड़ के ट्रेडिंग पोर्टफोलियो को मैनेज करने का झूठा दावा किया था। 2019 से जनवरी 2024 के बीच स्टॉक ब्रोकर्स से मिले डेटा के अनुसार, उनकी कंपनी द्वारा किया गया कुल ट्रेडिंग टर्नओवर ₹15.27 करोड़ ही था। सेबी के मुताबिक, LMIT और MPAT कोर्सेज के दौरान अस्मिता पटेल ने ₹283 करोड़ का फंड मैनेज करने का दावा किया था, जो पूरी तरह गलत निकला।
सेबी ने जब्त किए 54 करोड़ रुपए
सेबी ने अपनी जांच में पाया कि अस्मिता और उनकी कंपनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और टेलीग्राम के जरिए शेयरों में निवेश की सिफारिशें दीं, जो बिना रजिस्ट्रेशन के निवेश सलाह देने के बराबर है। सेबी ने धोखाधड़ी के चलते सेबी ने अस्मिता पटेल और उनकी कंपनी के 54 करोड़ रुपये जब्त कर लिए हैं।
104 करोड़ रुपयों की जांच जारी
इसके अलावा, छात्रों से विभिन्न ऑनलाइन कोर्स के जरिए इकट्ठे किए गए ₹104.6 करोड़ को लेकर भी पूछताछ जारी है। सेबी ने सभी छह आरोपियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है कि आखिर इस राशि को क्यों न पूरी तरह जब्त कर लिया जाए। अस्मिता और उनके पति जीतेश जेठालाल पटेल को सिक्योरिटी मार्केट से पूरी तरह बैन कर दिया।