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घरेलू शेयर बाजार ने गुरुवार को अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर कटौती के संकेतों के बाद जोरदार तेजी दर्ज की। बाजार में सुबह से ही उत्साह का माहौल रहा, जिसका असर सेंसेक्स और निफ्टी दोनों पर देखने को मिला।
बाजार का आरंभिक प्रदर्शन
गुरुवार को भारतीय शेयर बाजारने सकारात्मक शुरुआत की। गिफ्ट निफ्टी फ्यूचर सुबह 7:05 बजे 92 अंकों की बढ़त के साथ 23,065 पर कारोबार कर रहा था, जो बाजार में तेजी के संकेत दे रहा था। इसके बाद, घरेलू बाजार भी जोरदार उछाल के साथ खुले।
सेंसेक्स: बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 75,917.11 अंकों पर खुला। सुबह 9:30 बजे तक यह 436.37 अंक या 0.58% बढ़कर 75,885.42 पर कारोबार कर रहा था।
निफ्टी: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी50 भी मजबूत शुरुआत के साथ 23,000 के पार खुला। सुबह 9:30 बजे तक यह 126.45 अंक या 0.55% बढ़कर 23,034 पर कारोबार कर रहा था।
तेजी के प्रमुख कारण
- बाजार में इस तेजी के कई प्रमुख कारण रहे, जिनमें सबसे अहम अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर कटौती के संकेत थे।
- फेडरल रिजर्व का निर्णय
- यूएस फेडरल रिजर्व ने बुधवार को ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया, लेकिन इस साल के अंत तक 0.50 प्रतिशत की कटौती के संकेत दिए।
यह निर्णय धीमी आर्थिक वृद्धि और घटती महंगाई के मद्देनजर लिया गया है।
आईटी स्टॉक्स में उछाल
- फेडरल रिजर्व के संकेतों के बाद आईटी स्टॉक्स में जोरदार तेजी आई।
- इंफोसिस, टीसीएस, एचसीएल टेक और टेक महिंद्रा जैसे प्रमुख आईटी शेयरों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई।
- वैश्विक बाजारों का प्रभाव
- वॉल स्ट्रीट में डॉव जोन्स, एसएंडपी 500 और नैस्डैक कंपोजिट में भी तेजी देखी गई।
हालांकि, एशियाई बाजारों में मिलाजुला रुख रहा, लेकिन भारतीय बाजार पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ा।
प्रमुख शेयरों का प्रदर्शन: बाजार में तेजी के दौरान कई प्रमुख शेयरों ने अच्छा प्रदर्शन किया।
टॉप गेनर्स
- इंफोसिस: 3% तक चढ़ा।
- टीसीएस, एचसीएल टेक, टाइटन, महिंद्रा, टेक महिंद्रा और जोमैटो ने भी अच्छा प्रदर्शन किया।
फेडरल रिजर्व के निर्णय का विश्लेषण: फेडरल रिजर्व का ब्याज दरों को स्थिर रखने और कटौती के संकेत देने का निर्णय कई आर्थिक कारकों पर आधारित है।
आर्थिक वृद्धि
- फेडरल रिजर्व धीमी आर्थिक वृद्धि को लेकर चिंतित है।
- ब्याज दरों में कटौती से आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
महंगाई
- फेडरल रिजर्व का लक्ष्य महंगाई को 2 प्रतिशत पर बनाए रखना है।
- ट्रंप प्रशासन टैरिफ के कारण इस वर्ष महंगाई का अनुमान बढ़ाया गया है।
- आने वाले महीनों में महंगाई में कमी आने की संभावना है।
आयात शुल्क का प्रभाव
- ट्रंप प्रशासन द्वारा लागू किए गए आयात शुल्क के कारण फेडरल रिजर्व ने इस साल के लिए महंगाई के अनुमान को बढ़ा दिया है।
- अब उनका मानना है कि साल के अंत तक महंगाई दर 2.7 प्रतिशत रहेगी, जबकि दिसंबर में यह अनुमान 2.5 प्रतिशत था।
वैश्विक बाजार का परिदृश्य
- वैश्विक बाजारों में भी फेडरल रिजर्व के निर्णय का असर देखने को मिला।
वॉल स्ट्रीट
- डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 0.92 प्रतिशत चढ़ा।
- एसएंडपी 500 1.08 प्रतिशत उछला।
- नैस्डैक कंपोजिट में 1.41 प्रतिशत की तेजी आई।
एशियाई बाजार
- जापान का निक्केई 0.25 प्रतिशत नीचे रहा।
- दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.49 प्रतिशत ऊपर रहा।
- ऑस्ट्रेलिया का एएसएक्स200 0.87 प्रतिशत ऊपर रहा।
पिछले दिन का बाजार प्रदर्शन: बुधवार को भी घरेलू शेयर बाजार में तेजी देखी गई थी।
सेंसेक्स: 147.79 अंक या 0.20 प्रतिशत की बढ़त के साथ 75,449.05 पर बंद हुआ।
निफ्टी: 73.30 अंक या 0.32 प्रतिशत की बढ़त के साथ 22,907.60 पर बंद हुआ।
विदेशी और घरेलू निवेशकों का रुख
- विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को भारतीय इक्विटी में बिकवाली की।
एफआईआई: 1,096.50 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
डीआईआई: घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 2,140.76 करोड़ रुपये के भारतीय शेयर खरीदे।
बाजार के लिए आगे की दिशा
फेडरल रिजर्व के ब्याज दर कटौती के संकेतों के बाद बाजार में सकारात्मक माहौल बना हुआ है। हालांकि, निवेशकों को वैश्विक आर्थिक गतिविधियों और घरेलू कारकों पर नजर रखनी होगी।
वैश्विक आर्थिक गतिविधियां: वैश्विक आर्थिक मंदी और महंगाई जैसे कारकों पर ध्यान देना होगा।
घरेलू कारक: घरेलू आर्थिक नीतियां और कंपनियों के तिमाही नतीजे भी बाजार को प्रभावित करेंगे।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर कटौती के संकेतों ने भारतीय शेयर बाजार में उत्साह का संचार किया है। आईटी स्टॉक्स में तेजी और वैश्विक बाजारों के सकारात्मक रुख ने बाजार को और मजबूती प्रदान की है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे बाजार की गतिविधियों पर नजर रखें और सावधानीपूर्वक निवेश करें।
यह रिपोर्ट बाजार की वर्तमान स्थिति का विश्लेषण प्रस्तुत करती है और निवेशकों को सूचित निर्णय लेने में मदद करती है।