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Photograph: (Google)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्कः कहानी हरियाणा के पानीपत की है। एसपी अजीत सिंह एक दिन अपने दफ्तर में आकर रूटीन काम में लगे होते हैं, तभी उनके WhatsApp पर एक मैसेज आता है। वो उस पर नजर डालते हैं और उनका माथा ठनक जाता है। मैसेज आस्ट्रेलिया से भेजा गया था। इसमें एक शख्स की हत्या की फिर से तफ्तीश करने की गुजारिश की गई थी। जो हालात बयां किए गए थे उन पर नजर डालकर उनका माथा ठनक जाता है। वो सीआईए प्रभारी को बुलाकर कहते हैं कि 2021 में हुए विनोद बराड़ा की हत्या को फिर से देखो। हमसे कुछ मिस हो रहा है।
सीआईए इंचार्ज जब फिर से मामले की तह में जाते हैं तो एक खौफनाक हत्याकांड सामने आता है। पुलिस जिस मामले को सीधी निगाह से देख रही थी उसमें बहुत सारे मोड़ थे। ऐसे जो किसी को भी हिलाकर रख दें। एक पत्नी ने पति की इतने करीने से हत्या करई थी कि किसी को सपने में भी सुबह न हो सके। अपने लवर के साथ रहने की खातिर उसी शख्स की बैरी बन गई जिसके दो बच्चों को उसने जन्म दिया था। 3 साल तक वो न केवल परिवार बल्कि तेज तर्रार हरियाणा पुलिस की आंखों में भी धूल झोंकने में कामयाब होती रही।
2021 में विनोद बराड़ा की हुई थी घर में हत्या, 3 साल बाद पता लगा सच
खैर अब कहानी पर आते हैं। पानीपत के विनोद बराड़ा जीवन में हर तरह से खुशहाल थे। एक अच्छा कारोबार, सुंदर पत्नी और दो प्यारे से बच्चे। उनकी जिंदगी का हर पल सुकून में गुजर रहा था। लेकिन उनको नहीं पता था कि जीवन की खुशियों को किसी की नजर लगने वाली है। पत्नी निधि ने उनसे एक दिन कहा कि वो जिम ज्वाइन करना चाहती है। विनोद को कोई परेशानी नहीं थी। उन्होंने परमिशन दे दी। निधि ने घर के नजदीक ही एक जिम में जाना शुरू कर दिया। यहीं पर उस कहानी ने जन्म लिया जो दिन ब दिन खौफनाक होती चली गई।
जिम में निधि की मुलाकात सुमित से हुई। वो पानीपत के पास के गोहाना का रहने वाला था। हैंडसम सुमित को पहली ही निगाह में निधि भा गई और धीरे धीरे निधि को भी सुमित पसंद आने लगा। दोनों में प्यार हुआ तो निधि के हावभाव बदलने लगे। वो फोन पर ज्यादा बिजी रहा करती थी। एक दिन विनोद ने उसके फोन को चेक किया तो निधि ने हिस्ट्री डिलीट कर रखी थी। विनोद ने सवाल किए पर जो जवाब मिला वो उसको सटीक नहीं लगा। उसने निधि पर नजर रखनी शुरू कर दी। फिर उसके सामने आई सुमित के साथ उसकी नजदीकियों की कहानी। विनोद किसी भी सूरत में परिवार को बिखरने देना नहीं चाहते थे। उन्होंने निधि को चेताने के साथ सुमित को भी वार्निंग दी। वो समझे कि सब ठीक हो जाएगा। लेकिन उनको नहीं पता था कि वो ऐसी गलती कर चुके हैं जो उनकी जान पर बनने वाली थी।
जिम ट्रेनर के प्यार में पागल हो गई थी निधि, रची खौफनाक साजिश
सुमित के प्यार में पागल निधि ने विनोद को रास्ते से हटाने का मन बना लिया था। इसके लिए एक पुख्ता साजिश रची गई। 2021 में विनोद जब अपने कंप्यूटर सेंटर के बाहर बैठा था तभी एक मिनी ट्रक उनको टक्कर मार देता है। टक्कर तो ऐसी थी कि विनोद का बचना मुश्किल था। लेकिन वो बच जाते हैं पर उनकी दोनों टागें खराब हो जाती है। मिनी ट्रक का ड्राईवर लोगों के हत्थे चढ़ जाता है। वो उसे पुलिस के हवाले कर देते हैं। पुलिस मामूली धाराओं में केस दर्ज करके उसे कोर्ट में पेश करती है। वो थोड़े दिनों बाद जमानत पर बाहर आ जाता है।
बाहर निकलने के बाद वो एक दिन विनोद के घर आ धमकता है। जेल से छूटने के बाद से ही वो विनोद पर दबाव बना रहा था कि वो एक्सीडेंट केस वापस ले ले। विनोद तैयार नहीं थे। एक दिन वो जबरन घर में घुसकर विनोद को गोली मार देता है। विनोद की मौत हो जाती है। पुलिस हत्या के आरोप में पंजाब निवासी देव सुनार को अरेस्ट कर लेती है। वो पुलिस से कहता है कि विनोद एक्सीडेंट केस केस वापस नहीं ले रहा था। वो दिमागी तौर पर परेशान था। झुंझलाहट में उससे हत्या हो गई। कहानी साफ थी। कोर्ट उसे जेल भेज देती है। पति की मौत के बाद निधि उस घर को छोड़कर दूसरी जगह रहने चली जाती है। दोनों बच्चों को वो अपने देवर के पास आस्ट्रेलिया भेज देती है। वो कहती है कि विनोद के बगैर उसका मन नहीं लगता।
विनोद के पैसे से ही उसकी मौत का सामान खरीदा गया
उधर WhatsApp मैसेज के बाद पुलिस जब फिर से जांच करती है तो कहानी खुद ब खुद सामने आ जाती है। पति की हत्या के बाद निधि अपने प्रेमी सुमित के साथ रह रही थी। पति का सारा पैसा उसने कब्जे में ले लिया था। वो क्लेम भी जो विनोद की मौत के बाद मिला था। पुलिस दोनों के फोन रिकार्ड खंगालती है तो आंखें फटी की फटी रह जाती हैं। निधि फोन के जरिये सुमित के लगातार संपर्क में थी और सुमित विनोद को मारने वाले देव सुनार के। पुलिस मामले की और ज्यादा तह में जाती है तो पता चलता है कि एक्सीडेंट केस में देव सुनार को बचाने का काम सुमित ने किया था। उसने ही उस वकील को खड़ा किया जो केस लड़ा था।
बेटी ने चाचा को बताई कुछ ऐसी बात कि 3 साल बाद पकड़े गए दोनों
पुलिस ने दोनों के अकाउंट चेक किए तो पता चला कि विनोद की मौत के बाद सुमित ने एक शानदार गाड़ी खरीदी थी। इसका पैसा उसे निधि से मिला था। यही नहीं देव सुनार को जो फंडिंग सुमित कर रहा था वो सारा पैसा निधि से मिला था। यानि अपने ही पैसे से विनोद की जान गई। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पता चला कि देव सुनार को मिनी ट्रक भी सुमित ने ही खरीदकर दिया था। उससे कहा गया था कि वो विनोद को जान से मार दे। देव सुनार ने कोशिश तो पूरी की पर विनोद बच गया। फिर तैयार हुआ प्लान बी। देव सुनार से कहा गया कि वो विनोद पर केस वापस लेने का दबाव बनाए। वो मानेगा नहीं तो एक दिन उसे घर में जाकर गोली मार देना। उसके बाद सामने आया दिल को दहलाने वाला सबूत। जिस दिन देव सुनार ने विनोद को मारा उस दिन निधि घर में मौजूद थी।
देव सुनार जब घर में घुसता है तो वो निधि को नमस्ते करते है। निधि किचन में थी वो इशारा करके बताती है कि विनोद किस कमरे में है। जैसे ही देव सुनार विनोद को गोली मारता है निधि बाहर भाग जाती है और शोर मचाकर पड़ोसियों को बुला लेती है। निधि की बेटी उस वक्त उसके साथ ही थी। उसने मां को देव सुनार की नमस्ते लेते देखा था। आस्ट्रेलिया जाकर उसने ये बात अपने चाचा को बताई तो उन्होंने एसपी अजीत सिंह को मैसेज भेजा। उसके बाद सच का पता चला। और फिर 2021 में हुई हत्या के पीछे की सारी कहानी 2024 में जाकर सभी के सामने आ गई।
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